गया. अनुसंधान के लिए वित्तपोषण के अवसरों का समन्वेषण करने के उद्देश्य से सीयूएसबी के जीवन विज्ञान विभाग ने फंडिंग ओप्पोरचुनिटीज एट बीआइआरएसी फॉर लाइफ साइंस एंड बायोटेक्नोलॉजी शीर्षक पर एक आमंत्रित वार्ता का आयोजन किया. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सिर आलम ने बताया कि यह कार्यक्रम सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में आयोजित किया गया. अतिथि व्याख्यान डॉ धीरज कुमार, मुख्य प्रबंधक तकनीकी, बायोटेक औद्योगिक अनुसंधान सहायता परिषद (बीआइआरएसी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), भारत सरकार द्वारा दिया गया. डॉ धीरज कुमार ने स्टार्टअप और उद्यमिता के निर्माण में बीआइआरएसी के लक्ष्य, उद्देश्य और भूमिका पर एक व्यापक प्रस्तुति दी. उन्होंने यूजी (स्नातक), पीजी (स्नातकोत्तर) और पीएचडी छात्रों और विभिन्न चरणों में संकाय सदस्यों के लिए बीआइआरएसी द्वारा उपलब्ध फंडिंग अवसरों पर एक विस्तृत विवरण प्रदान किया. डॉ कुमार ने विश्वविद्यालय के लिए बीआइआरएसी की फंडिंग योजना और उद्यमिता के लिए युवा सोच के पोषण के लिए इ-युवा, एसआइटीएरे, बिग, एआइआर और बायोनेस्ट-इनक्यूबेटर के माध्यम से धन की व्यवहार्यता के बारे में विस्तार से चर्चा की और अंत में सभागार उपस्थित दर्शकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये. संरक्षक के रूप में सीयूएसबी के कुलपति प्रो केएन सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों के लिए बीआइआरएसी, डीबीटी, सरकार द्वारा प्रस्तावित विभिन्न शोध योजनाओं के बारे में दिए जाने वाले अनुदान के बारे जानने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा.
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