दंगल गर्ल गीता फोगाट पहुंचीं बिपार्ड, प्रशिक्षु लोकसेवकों को दिये टिप्स
शहर के बाइपास पर स्थित बिहार लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में शनिवार को भारत की पहली राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता पहलवान गीता फोगाट पहुंचीं और प्रशिक्षु अधिकारियों के बीच कई महत्वपूर्ण बातों को शेयर किया.
गया. शहर के बाइपास पर स्थित बिहार लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में शनिवार को भारत की पहली राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता पहलवान गीता फोगाट पहुंचीं और प्रशिक्षु अधिकारियों के बीच कई महत्वपूर्ण बातों को शेयर किया. राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ा कर दंगल गर्ल के नाम से चर्चित गीता फोगाट ने महिला सशक्तीकरण के विषय पर प्रेरणादायक बातों का उल्लेख किया. उन्होंने अपने जीवन की यात्रा के बारे में बताया. जिसमें उन्होंने पुरुष प्रधान खेल माने जाने वाले कुश्ती में अपना करियर बनाने के दौरान सामने आयी चुनौतियों का कैसे सामना किया, इस बारे में उन्होंने अपने बचपन के अनुभव के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने व उनकी बहनों ने समाज के नियमों को तोड़ते हुए कुश्ती को अपना करियर चुना और इस मार्ग में अपने पिता का समर्थन प्राप्त किया. उनकी यह कहानी जिससे बॉलीवुड फिल्म दंगल में दर्शाया गया है. उस फिल्म ने दर्शकों के दिलों को गहराई से छुआ. समारोह को संबोधित करते हुए गीता फोगाट ने कठोर परिश्रम, अनुशासन, ईमानदारी व समर्पण के महत्व पर जोर दिया .उनके प्रेरणादायक शब्दों ने प्रशिक्षित अधिकारियों के मनोबल को बढ़ाया और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति और भी अधिक जोश और प्रतिबद्धता के साथ समर्पित होने के लिए प्रेरित किया. अधिकारियों को उनके व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी से गहरी प्रेरणा ली. गौरतलब है कि वर्तमान में बिपार्ड में 1200 अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इनमें 506 नवनियुक्त सहायक अभियोजन अधिकारी भी शामिल है. अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में वीआइपी नियमित रूप से विभिन्न क्षेत्रों से प्रसिद्ध व्यक्तियों को प्रशिक्षण अधिकारियों के साथ संवाद करने और उनके अनुभवों से उन्हें समृद्ध करने के लिए आमंत्रित करता है. हल्के समय में संस्थान ने कई उल्लेखनीय हस्तियों की मेजबानी की है जिनमें भारत की पहली महिला आइपीएस किरण बेदी, वाटरमैन के नाम से मशहूर राजेंद्र सिंह, पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी अमीर रंजन नेगी और चिपको आंदोलन के नेता चंडी प्रसाद भट शामिल हैं. बिपार्ड के अधिकारियों ने बताया कि गीता फोगाट की यात्रा भी पाठ के निरंतर प्रयासों में एक और मिल का पत्थर साबित हुई, जो अपने प्रसिद्ध अधिकारियों को समझ में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले हस्तियों से प्रेरणा और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है. उन्होंने रविवार की सुबह एक औपचारिक विदाई ली.
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