देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह आज
गया न्यूज : देवोत्थान एकादशी को लेकर गन्ना, शकरकंद व सुथनी की बढ़ी मांग
गया न्यूज : देवोत्थान एकादशी को लेकर गन्ना, शकरकंद व सुथनी की बढ़ी मांग
गया़
देवोत्थान एकादशी व तुलसी विवाह 12 नवंबर को मनाया जायेगा. देवोत्थान एकादशी का पारण 13 नवंबर को होगा. देवोत्थान एकादशी पर मिठाइयों व अन्य पकवानों के साथ गन्ने, शकरकंद सुथनी, सिंघाड़ा व कई अन्य किस्म के फलों की मांग इस बार भी बढ़ी हुई है. जानकार बताते हैं कि व्रती श्रद्धालु पारण के दिन पकवानों के साथ इन फलों का भी उपयोग करते हैं. इसके कारण इस बार भी देवोत्थान एकादशी पर इन सामानों की मांग काफी बढ़ गयी है. सोमवार को भी गन्ने के साथ शकरकंद व सुथनी की मांग बढ़ी रही. सुथनी खुदरा बाजार में 50 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिका, जबकि शकरकंद का भाव 30 से 35 रुपये प्रति किलो रहा. छिलका के साथ सिंघाड़ा फल 40 रुपये प्रति किलो, बिना छिलका का सिंघाड़ा फल 120 रुपये प्रति किलो, गन्ना 20 से 25 रुपये प्रति पीस की खुदरा बाजार में बिका है.विष्णु पद मंदिर में 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना
देवोत्थान एकादशी पर भगवान विष्णु के जागने के साथ विष्णुपद मंदिर में भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना होगी. श्रीविष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि बीते चार माह से भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम कर रहे थे. देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान विष्णु जागते हैं. उन्होंने बताया कि मौके पर भगवान श्रीविष्णु चरण के साथ-साथ माता लक्ष्मी व मंदिर में स्थापित अन्य सभी देवी-देवताओं का विशेष पूजन, शृंगार वह मंगल आरती होगी. साथ ही जल, दूध से भगवान श्रीविष्णु चरण के अभिषेक कर तुलसी अर्चना की जायेगी. उन्होंने बताया कि एकादशी पर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए काफी श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. इस संभावना को लेकर विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के निमित्त सदर अनुमंडल पदाधिकारी से अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को प्रतिनियुक्ति करने की मांग की गयी है.
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