तेज धूप में नहीं निकलें, घर में रखें ओआरएस पाउडर

हीट स्ट्रोक और एइएस से बचाव को लेकर दिया गया प्रशिक्षण

By Prabhat Khabar News Desk | May 6, 2024 4:58 PM

हीट स्ट्रोक और एइएस से बचाव को लेकर दिया गया प्रशिक्षण गया. गर्मी के दौरान लू लगना खतरनाक होता है. लू लगने से जान भी जा सकती है. अत्यधिक गर्मी में घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतें. घर से बाहर निकलते समय सिर पर तौलिया, टोपी या छाता रखें. सिर को सूर्य की तेज किरणों से बचाएं तथा नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें. तेज धूप में काम करने से परहेज करें. लू से बचाव के लिए ओआरएस पाउडर और जरूरी दवा घर में जरूर रखें. तेज धूप में बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने दें. बच्चों को पानी पिलाते रहें. हीट स्ट्रोक से बचने के लिए तरल पदार्थ जैसे सत्तू, नींबू पानी का शरबत, लस्सी, छाछ लें तथा सादा भोजन के साथ सलाद व मौसमी फल का सेवन जरूर करें. खाली पेट घर से नहीं निकलें. बच्चों को रात में खाना खिलाकर ही सुलाएं. यदि बच्चा सो गया है, तो उसे उठा कर खाना खिलाएं. सुबह बच्चे को उठा कर देखें. यदि बच्चा बेहोश है, तो चिकित्सक के पास तुरंत ले जायें. यह जानकारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने हीट स्ट्रोक तथा एइएस को लेकर प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांकेबाजार में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान दी. मौके पर यूनिसेफ से मनोज कुमार, बीएचएम शुभम कुमार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक व पंचायती राज प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. पानी की कमी रहने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर असर डॉ एमइ हक ने बताया कि गर्भवती महिलाएं लू से बचें. शरीर में पानी की कमी का खतरा गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है. शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें. शरीर को हाइड्रेट रखें यानि नियमित अंतराल पर पानी जरूर पीते रहें. लू लगने पर चक्कर आना, भूूख नहीं लगना, सिरदर्द व बेहोशी तक हो सकती है. हल्के, ढ़ीले तथा सूती कपड़े पहनें. हेल्थ मैनेजर शुभम कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग में सभी एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, शिक्षक तथा पंचायती राज प्रतिनिधियों को शामिल कर उन्हें हीट स्ट्रोक और एइएस से बचाव के बारे में आमजन को जागरूक करने के लिए कहा गया है. आपात स्थिति में मरीज को अस्पताल लाने के लिए कहा गया है. प्राथमिक उपचार की रखें जानकारी डॉ हक ने बताया कि लू लगने पर मरीज को तुरंत छायादार जगह पर या ठंडी जगह पर लिटा दें. शरीर को ठंडा रखने के लिए शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां लगाएं. घर की खिड़की व दरवाजे खोल दें और कूलर या एसी चालू कर दें. अगर, मरीज लू लगने से बेहोश हो गया है, तो तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं. बताया कि लू लगने पर सिर में तेज दर्द होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होती हैं. लू लगने पर अचानक से तेज बुखार आता है और शरीर से पसीना नहीं निकलता. उल्टी आना और शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी लगती हैं. व्यक्ति के बेहोश होने की भी संभावना होती है.

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