Gaya News : एएनएमएमसीएच व जेपीएन हॉस्पिटल में डॉक्टरों को दी गयी ट्रेनिंग
Gaya News : कोरोना के बाद अब नये वायरस एचएमवीपी से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जोर-शोर से तैयारी में जुट गया है. मंगलवार को एएनएमएमसीएच व जेपीएन हॉस्पिटल में डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ को इससे निबटने व तैयारी को लेकर प्रशिक्षण दिया गया.
गया. कोरोना के बाद अब नये वायरस एचएमवीपी से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जोर-शोर से तैयारी में जुट गया है. मंगलवार को एएनएमएमसीएच व जेपीएन हॉस्पिटल में डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ को इससे निबटने व तैयारी को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान बताया गया कि एचएमवीपी एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है, जिसका लक्षण कोविड-19 के जैसे हैं. कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में रेस्पिरेटरी सिमटम्स वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. चीन द्वारा इसे मौसमी इन्फ्लूएंजा माना जा रहा है. वर्ष 2024 में मलेशिया में 327 एमपीवी केस आये. इंडिया में दिसंबर 2024 में एसएआरआइ के 714 केस आये. इसमें नौ मामले लैब टेस्ट में एचएमपीवी पॉजिटिव पाये गये हैं. प्रशिक्षण में बताया गया कि एचएमपीवी एक रेस्पिरेटरी वायरस है, जो सबसे पहले नीदरलैंड में 2011 में पाया गया था. इसमें एचएमपीवी संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने, संक्रमित को छूने, संक्रमित के किसी चीज में मुंह, आंख नाक के संपर्क में आने से फैल सकता है. इसका असर तीन से छह दिन का होता है. यह संक्रमण जाड़ा व शुरुआती वसंत में फैलता है. एचएमपीवी से बचाव के लिए कोविड- 19 की तरह ही उपायों को अपनाना है. प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि एचएमपीवी के संक्रमण से बचने के लिए कोई स्पेशफिक एंटीवायरस ट्रीटमेंट या वैक्सीन अब तक उपलब्ध नहीं है. खूब पानी पीना, आराम करना, दर्द अथवा रेस्पिरेटरी सिमटम्स को कम करने के लिए प्रीस्क्राइब्ड दवा लेना व विषम स्थिति आने पर ऑक्सीजन सपोर्ट देना है. इस दौरान बताया गया कि श्वसन तंत्र व बुखार के मरीज के उपचार के लिए अस्पताल को अधिक से अधिक सतर्क रखना है. एचएमपीवी के रोगियों के भर्ती होने की स्थिति में वार्ड के साथ बेड को विशेष रूप से सुरक्षित रखना है.
डॉ रवींद्र कुमार होंगे नोडल अधिकारी
एएनएमएमसीएच अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने कहा कि अस्पताल में इस वायरस से निबटने व तैयारी को लेकर नोडल अधिकारी डॉ रवींद्र कुमार होंगे. इनके सहयोग के लिए साथ में डॉ इरफान रहेंगे. इसके साथ ही स्टोर प्रभारी वेंटिलेटर, दवा आदि की व्यवस्था दुरुस्त करेंगे. पीडिया व मेडिसिन के हेड इस लक्षण के मरीज आने पर इसकी रिपोर्ट हर दिन अस्पताल प्रबंधक को उपलब्ध करायेंगे, ताकि उसे निर्धारित पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाये. जेपीएन में स्वास्थ्य डीपीएम नीलेश कुमार ने कहा कि प्रखंड से लेकर शहर के आठों केंद्रों में इस वायरस के मरीजों को लेकर सतर्कता बरती जायेगी. इसके रोकथाम में जारी एडवायजरी में जारी निर्देश का हर हाल में पालन किया जायेगा.
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