डॉ जेनी को मिला द लीजन ऑफ ऑनर
डॉ जेनी को मिला द लीजन ऑफ ऑनर
गया़ 2002 से बोधगया में रहकर गरीब बच्चों के उत्थान के लिए काम करने वाली फ्रांसीसी महिला डॉ जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी को फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया है. डॉ जेनी पेरे को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की ओर से शेवालियर द ला लेजियों दोन्हर की उपाधि से सम्मानित किया गया है. डॉ जेनी पेरे के सम्मान में फ्रांसीसी दूतावास में समारोह का आयोजन किया गया. फ्रांसीसी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि सर्वोच्च फ्रांसीसी नागरिक पुरस्कार डॉ जेनी पेरे को फ्रांस-भारत संबंधों को गहरा करने, अंतरराष्ट्रीय शांति और सहयोग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और भारत में रहते हुए गरीब बच्चों को शिक्षित करने के उनके अथक प्रयासों के लिए दिया गया है. पदक समारोह नयी दिल्ली दूतावास में फ्रांसीसी राजदूत थिएरी माथू ने दिया. कोलकाता में फ्रांसीसी वाणिज्यदूत दिदियर तलपैन की ओर से सहायता प्रदान की गयी. फ्रांस की राजदूत थिएरी माथू ने कहा कि डॉ जेनी पेरे ने एक मां के रूप में गरीब बच्चों के बीच काम कर एक मिसाल कायम की है. उन्हें एक ही जीवनकाल में कई भूमिकाओं में देखा गया है. साथ ही वह रोटरी गया सिटी के सदस्य के रूप में भी काम कर रही हैं. पुरस्कार प्राप्त करते समय फ्रांसीसी महिला डॉ जेनी पेरे ने कहा कि मैं भारत, भारतीय नागरिकों, उनकी भाषा, उनकी संस्कृति, विशेष रूप से साहित्य, भारतीय त्योहार और सिनेमा संस्कृति की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं. मैं सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाकर अभिभूत हूं, जो मुझे एक फ्रांसीसी नागरिक के रूप में परिभाषित करता है. भारत के साथ दोस्ती मेरे दिल पर छाप छोड़ रही है और लंबे समय तक रहेगी. मैं बिहार में अपने घर जैसा महसूस कर रही हूं. मैं सभी के कल्याण के लिए रिश्ते को बनाये रखने की पूरी कोशिश करती रहूंगी. डॉ पेरे ने इस सम्मान को न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि के उत्सव के रूप में स्वीकार किया है, बल्कि मम्मी जी एजुकेशनल चौरिटेबल ट्रस्ट के उल्लेखनीय कार्यों की सराहना करते हुए इस पदक को मम्मी जी एजुकेशनल चौरिटेबल ट्रस्ट के सभी सदस्यों और दानदाताओं को सम्मानपूर्वक समर्पित किया है. इसमें समाजसेवी मुन्ना पासवान के उल्लेखनीय कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वे मेरे आदर्श का सम्मान करते हुए अपने प्रयासों से मेरे साथ जुड़कर मेरे मिशन को पूरा करने का प्रयास करते रहे हैं. लीजन ऑफ ऑनर क्या है फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान लीजन ऑफ ऑनर की स्थापना नेपोलियन बोनापार्ट की ओर से वर्ष 1802 में की गयी थी. यह राष्ट्र की सेवा में उत्कृष्ट योग्यता के लिए फ्रांसीसी गणराज्य की ओर से दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार है. इस सम्मान को देने में नागरिकता का ध्यान नहीं रखा जाता है. यह किसी भी देश के व्यक्ति को दिया जा सकता है. जैसा कि भारत के कुछ नागरिकों के लिए दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे प्राप्त करने वालों में एक रहे हैं.
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