Gaya News: गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (ANMMCH) के इमरजेंसी वार्ड की बिल्डिंग का एक साल पहले ही विधिवत तौर पर हैंडओवर लिया गया है और पहली बरसात में ही यहां के छत से जगह-जगह पानी टपकने लगा है. यहां मरीजों को रखने में अस्पताल प्रशासन को दिक्कत आ रही है. इमरजेंसी हॉल, मेडिसिन वार्ड, इंचार्ज रूम के साथ आइसीयू में भी बारिश होने पर छत टपक रही है. इतना ही नहीं निचले तल्ले पर इमरजेंसी वार्ड में फॉल्स सिलिंग के साथ सेंटरलाइज एसी लगाया गया था. फॉल्स सिलिंग उखड़ कर बर्बाद हो गयी है, तो एसी शुरू से ही काम नहीं करता है. इसका खामियाजा लोगों को हीट वेव के वक्त भुगतना पड़ा है.
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, बिल्डिंग के बनते वक्त ही सवाल उठाये जाने लगे थे. इसके निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है. इसके निर्माण की निगरानी बीएमएसआइसीएल के इंजीनियर कर रहे थे. बिल्डिंग को जी प्लस फाइव बनना था. लेकिन, ग्राउंड फ्लोर के अलावा प्रथम तल्ले पर कुछ निर्माण कर छाेड़ दिया गया. इसका काम अब तक आगे नहीं बढ़ सका. अस्पताल प्रशासन की ओर से इस बारे में अब तक विभाग को कोई पत्र तक देना उचित नहीं समझा गया है.
2019 में ही शुरू कर दिया गया था काम
2019 में हीट वेव के वक्त पुरानी बिल्डिंग में जगह कम पड़ने पर इस बिल्डिंग को इस्तेमाल में ले लिया गया था. इसके बाद कोरोना में भी इस बिल्डिंग का उपयोग कर लिया गया. उसके बाद यहां पर इमरजेंसी सेवा चालू कर दी गयी. जगह-जगह निर्माण खराब होने, सुविधाओं के नहीं चलने के कारण उस वक्त से 2023 तक इस बिल्डिंग के हैंडओवर की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया.
2023 में दबाव में इस बिल्डिंग को अस्पताल प्रशासन ने बिना किसी सुविधा के ही हैंडओवर ले लिया. करोड़ों रुपये की बिल्डिंग में अब तक निर्बाध रूप से लिफ्ट तक नहीं चल पायी है. इतने आश्चर्य की बात है कि प्रथम तल्ले पर आइसीयू चलाया जा रहा हैं. लेकिन मरीज को आइसीयू तक ले जाने के लिए रैंप तक नहीं बनाया गया है. लिफ्ट नहीं चलने पर मरीज को सीढ़ी से टांग कर आइसीयू तक पहुंचाया जाता है.
क्या कहते हैं अस्पताल के अधिकारी
शुरू से ही इमरजेंसी वार्ड लेकर सवाल खड़े किये जाते रहे हैं. अब छत से पानी टपकने की सूचना वहां के इंचार्ज नर्स की ओर से दी गयी है. इसकी जांच करायी जा रही है. ऐसे बीएमएसआइसीएल के अधिकारियों को लिखित तौर पर इसकी सूचना दी जा रही है. किस स्तर पर गड़बड़ी हुई है यह बात सामने आने पर कार्रवाई के लिए अधिकारी को पत्र दिया जायेगा.
डॉ एनके पासवान, उपाधीक्षक, एएनएमएमसीएच