Bihar News: गया के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़, सीरीज आइइडी विस्फोट, आठ किमी तक सुनायी दी आवाज

सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी नक्सलियों के अड्डे तक पहुंचने वाले ही थे कि इसी बीच नक्सलियों ने एक के बाद एक 10 से 15 शक्तिशाली सीरीज आइइडी विस्फोट कर सुरक्षाबलों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | March 11, 2022 12:04 PM

गया. नक्सली बंद के दौरान गया और औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके लंगुराही के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. इस दौरान सीरीज आइइडी विस्फोट से पूरा क्षेत्र दहल उठा. आइइडी विस्फोट की आवाज सात से आठ किलोमीटर की दूरी तक सुनाई पड़ी. सुरक्षा बलों के आक्रामक रुख देख नक्सली भाग खड़े हुए. हालांकि, इस घटना में किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है. सुरक्षाबलों के अधिकारी ने बताया कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की बिहार-झारखंड रीजनल कमेटी द्वारा गुरुवार को मगध प्रमंडल बंद की घोषणा को देखते हुए औरंगाबाद के पचरुखिया छकरबंधा थाना क्षेत्र के लंगुराही व लुटुआ थाना क्षेत्र के नागोबार, एकरुपइवा पहाड़ी व अन्य जंगली इलाकों में सुरक्षा बल सर्च ऑपरेशन चला रहा था.

सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी नक्सलियों के अड्डे तक पहुंचने वाले ही थे कि इसी बीच नक्सलियों ने एक के बाद एक 10 से 15 शक्तिशाली सीरीज आइइडी विस्फोट कर सुरक्षाबलों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. इसके बाद जवानों को सुरक्षित ठिकानों पर पोजीशन लेने का निर्देश दिया गया. उसके बाद नक्सली व सुरक्षाबलों के बीच कई घंटे फायरिंग हुई. आइइडी विस्फोट लंगुराही, नागोबार, करीबा डोभा, शिकारी कुआं, लदुरिया सहित अन्य जंगली इलाको में हुआ है. सुरक्षा बल के जवान फिलहाल जंगली इलाकों में सर्च अभियान लगातार चला रहे हैं. विदित हो कि जनवरी और फरवरी में कई बार सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. आइइडी ब्लास्ट की चपेट में आकर कोबरा 205 के असिस्टेंट कमांडेंट सहित चार जवान भी घायल हो गये थे.

जंगल में बन रहे कैंप का विरोध कर रहे नक्सली

नक्सलियों के सेफ जोन माने जाने वाले जंगली व पहाड़ी इलाकों में सुरक्षाबलों के वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर कई कैंप बनाये जा रहे हैं, जिसका विरोध नक्सली कर रहे हैं. गया जिले के छकरबंधा थाना क्षेत्र स्थित लंगुराही, लुटुआ थाना क्षेत्र स्थित नागोबार व औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के तरी जंगली इलाकों में सुरक्षाबलों के रहने के लिए कैंप बनाये जा रहे हैं. इसको लेकर नक्सली कभी आइइडी विस्फोट कर, तो कभी मुठभेड़ कर विरोध कर रहे हैं. हालांकि सुरक्षा बल के वरीय अधिकारी के निर्देश पर रणनीति के तहत स्थानीय अधिकारी लगातार जंगली इलाको में सर्च ऑपरेशन चलाते हुए निर्बाध रूप से कैंप निर्माण में लगे हुए हैं.

नक्सली बंद का दिखा असर

बांकेबाजार. गुरुवार को नक्सलियों के मगध प्रमंडल बंद का असर इमामगंज और बांके बाजार प्रखंडों में रहा. इन बाजारों में सभी दुकानें बंद रहीं. स्टेट हाइवे 69 पर सन्नाटा पसरा रहा. बसें नहीं चलीं. इससे आमलोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. स्थानीय थाने के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में गश्ती करते नजर आये. वहीं, सुरक्षाबलों द्वारा जंगली इलाको में नक्सलियों के खिलाफ लगातार सर्च ऑपरेशन चलाये जाने की सूचना मिली है. इधर, बांके बाजार प्रखंड मुख्यालय स्थित पेट्रोल पंप व बैंक बंद रहे. इसके साथ ही साप्ताहिक हाट बाजार में भी बहुत कम लोग पहुंचे.

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गया-धनबाद-डेहरी पैसेंजर ट्रेन उड़ाने की थी साजिश

गया. गुरारू रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की सुबह नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक के पास बम रख कर गया-धनबाद-डेहरी पैसेंजर ट्रेन को उड़ाने की साजिश रची थी. लेकिन, समय रहते बम को डिफ्यूज कर देने से बड़ी घटना टल गयी. गया-धनबाद-डेहरी पैसेंजर ट्रेन गुरारू रेलवे स्टेशन पर सुबह 10 बज कर 35 मिनट पर आनेवाली थी. इससे पहले सुबह 10 बजे आरपीएफ, रेल पुलिस व जिला पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर बम के बारे में रेलवे अधिकारियों को सूचना दी.

सूचना पर गया-धनबाद-डेहरी पैसेंजर ट्रेन को परैया रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया. बताया कि गुरारू रेलवे स्टेशन के पास नक्सलियों द्वारा रेलवे ट्रैक पर बम लगा दिया गया है. बम लगाने की बात सामने आने के बाद रेलयात्री शांत होकर अपनी-अपनी सीट पर जाकर बैठ गये. बम डिफ्यूज करने के बाद दोपहर 1:44 बजे ट्रेनों को परिचालन शुरू किया गया.

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