गया.
वैसा कोई टोला या पंचायत जहां पानी की अत्यंत समस्या है तथा पाइपलाइन भी अधूरा है उन सभी मामलों में स्टैंड पोस्ट लगाकर लोगों को तुरंत पेयजल आपूर्ति दिलवाएं. जिले के अधिकारी व पीएचइडी के अभियंता सुनिश्चित कर लें कि किसी भी जगह पर लोगों को पानी की दिक्कत नहीं होने दी जाये. उक्त बातें पीएचइडी के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने शनिवार को सुखाड़ एवं पेयजल समस्या होने के उपरांत त्वरित समाधान के संबंध में आयोजित बैठक में कही. इस बैठक में डीएम व अन्य इंजीनियर मौजूद थे. बैठक में डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने बताया कि वर्ष 2019 में 43.14 फुट, वर्ष 2023 में 33.75 फुट व वर्ष 2024 में 35.30 फुट भूगर्व औसतन जलस्तर है. शेरघाटी डिवीजन के क्षेत्र में वर्ष 2019 में 43.14 फुट, वर्ष 2023 में 33.75 फुट व वर्ष 2024 में 35.30 फुट औसतन अंडरग्राउंड वाटर लेयर है. पीएचइडी गया डिवीजन के अंतर्गत 184 पंचायतें आती हैं. उन्होंने बताया कि इतरा के वार्ड संख्या नौ व 10, चुरी वार्ड संख्या छह, कोरमा वार्ड संख्या आठ व 10, मदन बीघा वार्ड संख्या 12, कुजापी के वार्ड संख्या पांच, घुटिया वार्ड संख्या सात व 11, औरवां के वार्ड संख्या आठ संवेदनशील पंचायत व वॉटर क्राइसिस वाली पंचायत हैं. उक्त पंचायत में प्राथमिकता के तौर पर चापाकल मरम्मत व नल जल योजना को पूरा किया गया है. पीएचइडी शेरघाटी डिवीजन के अंतर्गत 148 पंचायतें आती हैं. उन्होंने बताया कि कठौतिया केवाल वार्ड संख्या चार, 15, 16, साउथ लोधवे वार्ड संख्या पांच, छह, आठ, 13 बीवी पेसरा वार्ड संख्या पांच, छह, 10, 11, 12 केवला नौ, 12, 13 मुसैला वार्ड पांच व छह, करमडीह वार्ड 13, विराज वार्ड एक, दो, तीन, चार, छह सात व 10, झिकटिया वार्ड आठ, नौ, 11, 12, पनकारा वार्ड एक, तीन, 10, 11, सेवरा वार्ड 11,12, 13 संवेदनशील पंचायत व वॉटर क्राइसिस वाली पंचायत हैं. उक्त पंचायतों में काम किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है