गया : सोमवार की साम सात से आठ बजे के बीच 25-30 की संख्या में सशस्त्र दस्ता मल्हारी गांव के नजदीक भररा पहाड़ी के पास पहुंचा. खेत में सूखने के लिए रखे बीड़ी के पत्ते को इकट्ठा कर उसमें आग लगा दी. दो दिनों से हो रही हल्की बारिश के कारण बीड़ी के पत्ते में नमी बनी हुई थी. इसके कारण भारी क्षति नहीं हुई.
इसके बाद लौटते समय फतेहपुर गांव के नजदीक भगौना आहर के नजदीक तालाब खुदाई में लगी जेसीबी के चालक व उप चालक का मोबाइल छीन कर गाड़ी का डीजल निकालने को कहा गया. जब गाड़ी चालक ने कहा कि तेल नहीं निकल पायेगा, तो गमछे के सहारे जेसीबी में आग लगाने की कोशिश की. इस कारण जेसीबी को आंशिक क्षति हुई है. घटना काे अंजाम देने के बाद पुन: सभी लोग जंगल की ओर चले गये. इस मामले में संबंधित ठेकेदार ने स्थानीय थाने में लिखित आवेदन नहीं दिया है.
थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि इस बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं है. सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा- घटना के पीछे नक्सली दस्ताइमामगंज सीआरपीएफ कैंप के कंपनी कमांडर अवधेश कुमार ने बताया कि घटना काे अंजाम भाकपा माओवादी के सशस्त्र दस्ते के द्वारा दिया गया है. उन्होंने बताया कि लुटीटांड में भी एक मुंशी के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है. इसके पीछे मुख्य रूप से लेवी कारण है. हालांकि इस घटना में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.