गया में छापेमारी करने गयी उत्पाद विभाग की टीम पर हमला, ग्रामीणों ने जवानों को पीटा, 3 जवान जख्मी
गया में शराब धंधेबाज को पकड़ने गई उत्पाद विभाग की टीम पर गांव वालों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग के होमगार्ड के जावनों को पीटने के साथ ही उनकी गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
शराबबंदी वाले बिहार में उत्पाद विभाग और पुलिस द्वारा आए दिन शराब तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई की जाती है. लेकिन कई बार छापेमारी के लिए गयी पुलिस की टीम पर लोग हमलावर हो जाते हैं. अब एक नया मामला गया से सामने आया है. यहां शराब धंधेबाज को पकड़ने गई उत्पाद विभाग की टीम पर गांव वालों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग के होमगार्ड के जावनों को पीटने के साथ ही उनकी गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. यह घटना जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र के नेमा गांव की है.
250 ग्रामीणों ने किया हमला
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय शेरघाटी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और हमलावरों की तलाश में जुट गयी है. उत्पाद विभाग के दारोगा ने बताया कि करीब 250 की संख्या में ग्रामीणों ने हमला कर पकड़ी गयी महिला को छुड़ा लिया. गांव वालों के इस हमले में करीब आठ लोगों के जख्मी होने की सूचना है.
शराब बनाने की मिली थी सूचना
उत्पाद विभाग के शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि नेमा गांव में शराब बनाए जाने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मंगलवार को ढाई बजे टीम छापेमारी करने पहुंची थी. उत्पाद विभाग ने इस गुप्त छापेमारी की सूचना शेरघाटी पुलिस को नहीं दी थी. विभाग की टीम द्वारा महिला को हिरासत में लेने के बाद गांव वालों ने हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने लाठी-डंडे के साथ हमला किया.
घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
दारोगा शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के हमलावर होने का हमने विरोध किया लेकिन जब पूरे गांव ने हमला किया तो हमें वहां से चेरकी थाना की तरफ भागना पड़ा. हमने जब थाने में शरण ली तब जा कर जान बची. इधर घटना की जानकारी मिलने पर शेरघाटी पुलिस मौके पर पहुंच गयी. वहीं हमला करने वाले ग्रामीण गांव छोड़ कर भाग गए हैं. सभी घायलों को मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.