आमस. बारिश नहीं होने से किसान काफी परेशान हैं. रोहण नक्षत्र के बाद मृगशिरा भी अब समाप्त होने को है, लेकिन वर्षा नहीं हो रही है. पानी नहीं होने से किसान खेतों में बिचड़ा नहीं डाल पा रहे हैं. हालांकि, कुछ किसान मोटरपंप सेट के सहारे बिचड़ा डाल चुके हैं, उसे बचाना मुश्किल हो रहा है, अधिकतर किसान वर्षा के इंतजार में हैं. मोटरंपप सेट से खेत में पानी डाल कर बिचड़ा बचाने का प्रयास कर रहे बैदा गांव के किसान हशमत अंसारी बताते हैं कि 10 दिन पूर्व खेत में बिचड़ा डाला है. उसे बचाने के लिए प्रतिदिन पानी डालना पड़ रहा है. भीषण गर्मी और धूप की तपिश से बिचड़ा के सूख जाने का डर सता रहा है. उन्होंने बताया कि अभी भी अगर लगातार बारिश हुई तो बिचड़ा तैयार हो जायेगा और पांच से 10 जुलाई तक रोपनी का काम प्रारंभ कर देंगे. बिचड़े के संबंध में पूछे जाने पर आमस के प्रभारी बीएओ अशोक प्रियदर्शी ने बताया कि आमस क्षेत्र में फिलहाल वर्षा नहीं होने के कारण एक प्रतिशत भी बिचड़ा नहीं डाला है, जबकि 69 हेक्टेयर का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि 22 जून को आद्रा नक्षत्र चढ़नेवाला है. इसके बाद बारिश होने पर तेजी से बिचड़ा डाले जाने की उम्मीद है. पैक्स अध्यक्ष व किसान राशिदुल हक, प्रभात कुमार, नरेश यादव, मुनीब अली, जाकिर अहमद, मुन्ना अंसारी और अशोक कुमार आदि वर्षा नहीं होने से बेहद चिंतित हैं. किसानों का मानना है कि समय पर बिचड़ा नहीं डालेंगे तो रोपनी का काम पिछड़ जायेगा. भीषण गर्मी और झुलसा देने वाली धूप से मूंग व सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी काफी नुकसान हो रहा है.
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