गया. कोतवाली थाना क्षेत्र में डायल 112 की पुलिस पोस्टेड महिला एएसआइ (सहायक अवर निरीक्षक) मंजूला सिंह का शव मंगलवार की सुबह सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने उनके बंद कमरे को तोड़ कर बरामद किया और परिजनों को सूचना देते हुए शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया. सिविल लाइंस थानाध्यक्ष शमीम अहमद ने बताया कि महिला एएसआइ मंजूला सिंह मूल रूप से बेगूसराय जिले के गेहूनी गांव की रहनेवाली थीं. इनके पति अरविंद कुमार सिंह की मौत पहले ही हो चुकी हैं. उनका बेटा परितोष कुमार दिल्ली में रहता है. मंगलवार की सुबह परितोष ने ही मोबाइल फोन पर सूचना दी कि उनकी मां मंजूला सिंह सिविल लाइंस थाने के पास नूर कंपाउंड मुहल्ले में एक मकान में किराये पर रहती हैं. उनसे मोबाइल फोन से बातचीत नहीं हो पा रही है. उनके बेटे की सूचना पर किसी अनहोनी या मोबाइल फोन में तकनीकी खराबी आने की आशंका को भांपते हुए मंजूला सिंह के आवास पर गये, तो देखा कि वह जिस कमरे में रहती हैं, वह कमरा अंदर से बंद है. थानाध्यक्ष ने बताया कि काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तो वरीय अधिकारियों को सूचना देते हुए कमरे का दरवाजा तोड़ा गया. अंदर प्रवेश किया, तो देखा कि मंजूला सिंह एक कुर्सी पर बैठी हैं और उनका गर्दन एक ओर झुका हुआ है. नब्ज टटोलन पर प्रतीत हुआ कि उनकी माैत हो गयी है. उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इधर, मंजूला सिंह के कमरे की बारीकी से छानबीन की गयी, तो कुछ ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि उनके बंद कमरे में कोई घटना हुई हो. थानाध्यक्ष ने बताया कि परिजनों के अनुसार मंजूला सिंह की तबीयत खराब रहती थी. आशंका जतायी जा रही है कि भीषण गर्मी व अधिक उम्र होने के कारण उनकी तबीयत सोमवार की देर रात बिगड़ी और कुर्सी पर बैठे-बैठे उनकी जान चली गयी. थानाध्यक्ष ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा. फिलहाल, शव का सुरक्षित रखा गया है. नयी दिल्ली से उनके परिजन गया आ रहे हैं.
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