गया. सावन का महीना शुरू है. कांवरियों के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है. इसके साथ कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के पेंट्रीकार में बिना लहसून-प्याज का भोजन बनाने का भी आदेश जारी किया गया है. इससे बाबा धाम जानेवाले लोगों को भोजन या नाश्ते के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. किऊल, नवादा, जसीडीह रूट में चलनेवाली ट्रेनों के पेंट्रीकार में बुधवार से ही बिना लहसुन-प्याज का भोजन बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. यह सुविधा 18 अगस्त तक लागू की गयी है. इसके अलावा स्टेशनों पर संचालित स्टॉल संचालकों को भी इसके लिए निर्देश दिया गया है. मेनू में भी बदलाव कर दाल-बाटी और चूरमा, पनीर मखनी, गट्टे की सब्जी को शामिल किया गया है. खानपान मैनेजर बताते हैं कि सावन में यात्री फलहारी और वेज खाना ही पसंद करते हैं. इसलिए बिना लहसुन-प्याज का भोजन बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, सावन स्पेशल थाली चार अलग-अलग कैटेगरी में उपलब्ध रहेगी. रेल यात्री अपनी पसंद के अनुसार थाली ऑर्डर कर सकेंगे. पहली थाली में फल, पकौड़े और दही मिलेंगे. दूसरी थाली में पराठे, साबूदाने की खिचड़ी और अलग-अलग तरह की तीन सब्जियां रहेंगी. तीसरी थाली में आलू की सब्जी, दो पराठे और साबूदाने की खीर मिलेगी. चौथी थाली में आलू के पराठे और पनीर के पराठे मिलेंगे. आइआरसीटीसी की मानें तो रेल यात्री फलाहारी भोजन का भी ऑर्डर कर सकेंगे. ट्रेनों के पेंट्रीकार की निगरानी के लिए हर दिन मंडल अधिकारी मॉनीटरिंग करेंगे. वाणिज्य निरीक्षक से लेकर आइआरसीटीसी के अधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि ट्रेनों में सफर करने वाले रेलयात्रियों से हमेशा पूछताछ करें.
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