मिलान नौसेना अभ्यास में भाग लेने आये विदेशी नौ सेना के अधिकारियों ने की महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना
नौसेना के अभ्यास में भारत आये विदेशी नौसेना अधिकारियों ने बोधगया के बौद्ध मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना की. उसके बाद उन लोगों ने कुछ देर के लिए पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे ध्यान लगाया. एक विशेष प्रार्थना सभा में भी ये लोग शामिल हुए.
बोधगया. ऐतिहासिक महाबोधि मंदिर में शुक्रवार को 200 विदेशी गणमान्य व्यक्तियों का एक प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया गया. यह मिलान नौसेना अभ्यास 2024 में भाग लेने वाले देशों के बीच एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतीक है. सांस्कृतिक समझ और सहयोग ने महाबोधि मंदिर की समृद्ध विरासत व आध्यात्मिक महत्व को प्रदर्शित किया. प्रतिनिधिमंडल में नौसेना अधिकारी, राजनयिक और विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल थे.
विशेष प्रार्थना समारोह में भी भाग लिया
महाबोधि मंदिर की उनकी यात्रा का उद्देश्य बौद्ध धर्म व बोधिवृक्ष की जड़ों का पता लगाने और दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित तीर्थस्थलों में से एक बोधगया में शांति का अनुभव करना रहा. अपनी यात्रा के दौरान, प्रतिनिधियों को मंदिर परिसर का अवलोकन कराया गया, जहां उन्हें वास्तुकला की भव्यता की प्रशंसा करने और साइट के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानने का मौका मिला. उन्होंने राष्ट्रों के बीच एकता और सद्भावना के प्रतीक एक विशेष प्रार्थना समारोह में भी भाग लिया. प्रतिनिधिमंडल ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया और देशों के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने में सांस्कृतिक आदान-प्रदान के महत्व पर जोर दिया.
शांति और ज्ञान का प्रतीक है बोध गया
उन्होंने कहा “महाबोधि मंदिर न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण है, बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए शांति और ज्ञान का प्रतीक भी है. यह हम सभी के लिए वास्तव में एक ज्ञानवर्धक अनुभव रहा है. भिक्खु दीनानंद और भिक्खु मनोज उन्हें खादा, पवित्र बोधि पत्ती और एक कॉफी टेबल बुक भेंट कर आशीर्वाद दिया . महाबोधि मंदिर की यात्रा मिलान नौसेना अभ्यास 2024 के साथ आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का हिस्सा है. इसका उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच समुद्री सहयोग और सुरक्षा को बढ़ावा देना है.
Also Read: महागठबंधन की तीन मार्च को जन विश्वास महारैली, गांधी मैदान में दिखेंगे तेजस्वी के साथ राहुल गांधी
पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे ध्यान लगाया
विदेशी नौसेना अधिकारियों ने मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना की व पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे ध्यान लगाया. इससे पहले वे लोग सुबह वायु सेवा के विमान से गया एयरपोर्ट पहुंचेय यहां से ओटीए में ब्रेकफास्ट किया और उनका स्वागत किया गया. महाबोधि मंदिर में दर्शन के बाद उन्होंने 80 फुट बुद्ध मूर्ति को भी देखा और यहां फोटोग्राफी करायी. इसके बाद धम्मा ग्रांड होटल में दोपहर का लंच व फोटो सेशन के बाद गया एयरपोर्ट के रास्ते विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गये. वायुसेना के विशेष विमान में 151 नौसेना अधिकारी गया एयरपोर्ट पहुंचे थे.