ओरिएंटेशन के साथ आइपीएम का चौथा बैच हुआ शुरू

आइआइएम बोधगया ने अपने इंटीग्रेटेड प्रोग्राम मैनेजमेंट (आइपीएम) के नये बैच का स्वागत किया. पांच वर्षीय प्रोग्राम के चौथे बैच में अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के 14 अंतरराष्ट्रीय छात्रों सहित 148 छात्र शामिल रहे.

By Prabhat Khabar News Desk | August 25, 2024 7:16 PM
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बोधगया. आइआइएम बोधगया ने अपने इंटीग्रेटेड प्रोग्राम मैनेजमेंट (आइपीएम) के नये बैच का स्वागत किया. पांच वर्षीय प्रोग्राम के चौथे बैच में अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के 14 अंतरराष्ट्रीय छात्रों सहित 148 छात्र शामिल रहे. नये बैच के दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत 24 अगस्त को हुई. आइपीएम प्रोग्राम के चेयरपर्सन प्रो विट्ठल रंगनएस ने व्यापार जगत में इस प्रोग्राम की आवश्यकता पर जोर देते हुए ओरिएंटेशन की शुरुआत की. आइआइएम बोधगया की निदेशक डॉ विनीता सहाय ने अभिभावकों से मुलाकात व बातचीत करते हुए उनका स्वागत किया. उन्होंने शिक्षा के महत्व और सामाजिक रूप से जिम्मेदार व जागरूक प्रबंधकों के सृजन के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला. संस्थान के महत्वपूर्ण मूल्य व माइंडफुलनेस को समझाते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी परीक्षा समय का परीक्षण है. भारत की प्राचीन प्रथाओं, जैसे योग और जैविक खेती ने इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लिया है. मुख्य अतिथि व एडवेंट प्राइवेट इक्विटी के ऑपरेटिंग पार्टनर डी शिवकुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें अकादमिक अंकों की दौड़ में अपने व्यक्तित्व के अन्य हिस्सों को फीका न पड़ने देने की सलाह देते हुए इस बात पर जोर दिया कि एक समीकृत व्यक्ति ही वह व्यक्ति होता है जो जीवन में जीत हासिल करता है. ओरिएंटेशन कार्यक्रम का पहला दिन आइपीएम के पूर्व एवं नये बैच के छात्रों के प्रदर्शन के साथ जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम एस्टोविया 3.0 के साथ संपन्न हुआ. आइपीएम चार के छात्र अहमद केपी ने बताया कि परिसर उनकी अपेक्षाओं से अधिक है और विशेष रूप से ओरिएंटेशन कार्यक्रम ने जीवंत सांस्कृतिक गतिविधियों द्वारा इस अनुभव को सुखद बना दिया. ओरिएंटेशन के दूसरे दिन उद्योग विशेषज्ञों के सत्र शामिल रहे. गूगल में इंडिया टेक पार्टनरशिप्स (विज्ञापन) के कंट्री लीड कार्तिक वेंकट ने छात्रों को सलाह दी कि अवसरों के पीछे भागने के बजाय अपनी जिज्ञासा से अवसरों को बढ़ाना चाहिए. वक्ताओं में शामिल एलपीजी, एचपीसीएल के महाप्रबंधक मनोज कुमार, ओला के डायरेक्टर ऑफ सेल्स एंड मार्केटिंग निगलांशु नंदी, बीसीजी ज्यूरिक के एक्सपर्ट पार्टनर प्रतीक यादव स्विट्जरलैंड से छात्रों से ऑनलाइन जुड़े. छात्रों को इस कार्यक्रम के दौरान आइआइएम बोधगया की 14 छात्र-संचालित कमेटियों के बारे में जानकारी हासिल करने का भी अवसर मिला, जो विभिन्न मोर्चों पर संस्थान के कामकाज के लिए जिम्मेदार हैं. आइआइएम बोधगया आइपीएम प्रोग्राम की प्रस्तावना करने वाले देश के केवल पांच आइआइएम में से एक है. आइआइएम रोहतक, आइआइएम जम्मू, आइआइएम इंदौर व आइआइएम रांची इस शृंखला के अन्य आइआइएम हैं. एनइपी 2020 के तहत यह प्रोग्राम छात्रों को तीन साल के बाद स्नातक की डिग्री पूरी करने या एमबीए जारी रखने की सुविधा प्रदान करता है.

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