घर छोड़ने के नाम पर रेल यात्रियों को झांसे में लेनेवाला गिरोह सक्रिय
रेलवे स्टेशन पर उतरनेवाले यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के नाम पर झांसे में लेकर उनका रुपये व कीमती सामान से भरा बैग उड़ा लेनेवाला गिरोह इन दिनों सक्रिय हो गया है.
रोशन कुमार, गया. रेलवे स्टेशन पर उतरनेवाले भोले-भाले यात्रियों व महिलाओं को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के नाम पर झांसे में लेकर उनका रुपये व कीमती सामान से भरा बैग उड़ा लेनेवाला गिरोह इन दिनों सक्रिय हो गया है. इस गिरोह से जुड़े अपराधियों ने दो-दो घटनाओं को अंजाम दिया, तो सिविल लाइंस थाने की पुलिस के होश उड़ गये. गुरुवार को पटना जिले के पालीगंज थाने के अमरपुरा गांव के रहनेवाले रवींद्र सिंह के बेटे अंकित कुमार ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ मगध कॉलोनी के रोड नंबर दो रहते हैं. उनकी मां प्रतिमा देवी व पिता रवींद्र सिंह गुड़गांव में रहते हैं. 17 मई की दोपहर करीब 12 बजे हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन से गया रेलवे स्टेशन उतरे. रेलवे प्लेटफॉर्म से गुजरते समय करीब 30-35 वर्ष का एक युवक उनके माता-पिता के पास आया और गाड़ी मुहैया कराने के नाम पर उनका भारी बैग ले लिया. उनके माता-पिता उस युवक के टोटो पर सवार होकर आगे बढ़े. लेकिन, रेलवे पार्सल वाले मोड़ के पास ड्राइवर ने कहा कि उनका भाई चार चक्का की गाड़ी लेकर आ रहा है. तभी तीनमुहानी पर एक कार आ गयी. उसमें पहले से एक ड्राइवर व एक अन्य व्यक्ति बैठा था. वह युवक भी उनके साथ कार में बैठ गया. आगे बढ़ने पर कहा कि बिहार में शराबबंदी के कारण आपके पास बैग की जांच कराना है. फिर नाजरेथ स्कूल के पास बैग जांच कराने के नाम पर रुका और कहा कि आपलोग यहीं उतरिये, बैग जांच कराकर आते हैं. इसके बाद कार में सवार सभी लोग नहीं लौटे. उनके मम्मी-पापा के बैग में एक लाख 50 हजार रुपये, चार मोबाइल फोन सहित अन्य कीमती सामान रखे थे. तब उन्होंने घटना की शिकायत सिविल लाइंस थाने में की. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज भी किया. लेकिन, अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई. रेलवे स्टेशन उतरनेवाले यात्रियों को निशाना बनानेवाले गिरोह ने 15 मई की देर रात बेलागंज थाने के भलुआ टू के टोला तकिया पर मुहल्ले के रहनेवाले मोहम्मद जमीर शाह अपने झांसे में लिया और उनके पास से 10 हजार रुपये, मोबाइल फोन, एटीएम, आधार कार्ड सहित अन्य कीमती सामान से भरा बैग लेकर फरार हो गया. पीड़ित मोहम्मद जमीर शाह ने सिविल लाइंस थाने के दारोगा को बताया है कि वह 15 मई की देर रात करीब तीन बजे मुंबई मेल से गया रेलवे स्टेशन पर उतरे. वह स्टेशन से बाहर निकला, तो स्टेशन के उतर पूर्वी कोना पर सफेद रंग की एक कार आयी. इसमें महिला, पुरुष व लड़के भी बैठे था. उनलोगों ने बातचीत कर झांसे में लिया और बेलागंज जाने के नाम पर अपनी कार में बैठा लिया. इसके बाद पावर हाउस व बीएसएनएल ऑफिस के बीच ड्राइवर ने कार रोकी और कहा कि आप यहीं ठहरिये, हम आगे होटल में एक आदमी लेकर आते हैं. इसके बाद कार वाला नहीं लौटा. उस कार में रखे उनके बैग में 10 हजार रुपये, मोबाइल फोन, एटीएम, आधार कार्ड सहित अन्य कीमती सामान रखा था. तब पीड़ित ने इस घटना की शिकायत सिविल लाइंस थाने में की.
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