Gaya City: गया नगर निगम में आयोजित बोर्ड की बैठक में मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने कई बड़े फैसला लिया. उन्होंने कहा कि गया शहर में प्रकाश व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा. पहले काम देख रही एजेंसी इइएसएल को हटाने का निर्णय लिया गया है. कंपनी से पांच करोड़ का पेनाल्टी भी काटा गया है. कंपनी को तीन करोड़ रुपये देकर हटाया जा रहा है. अब नगर निगम खुद टेंडर करके लाइट लगायेगा. बैठक की अध्यक्षता मेयर व उनकी अनुमति से सशक्त स्थायी समिति के सदस्य डॉ अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने किया. मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि शहर के सभी वार्डों के मेन रोड के पोल पर तिरंगा लाइटें लगायी जायेंगी. शहर में 25 हाइमास्ट लाइटें लगायी जायेंगी. आबादी के अनुसार वार्ड में एलइडी स्ट्रीट लाइटें लगायी जायेंगी. निगम बोर्ड की बैठक में शहर के विकास कार्यों को लेकर कई अहम योजनाओं पर सदस्यों ने मुहर लगायी.
42.32 करोड़ रोड-गली-नली के निर्माण पर होंगे खर्च
बैठक के दौरान स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि वार्ड नंबर एक से 53 तक कई ऐसे मुहल्ले हैं, जहां गली-नाली की गंभीर समस्या है. नगर निगम ने पार्षदों के सूची के आधार उन क्षेत्रों के विकास योजनाओं पर 42.32 करोड़ की राशि खर्च कर विकसित करेगा. विकास योजनाओं के लिए जल्द ही टेंडर व विभागीय स्तर से प्रक्रिया शुरू होगी. सभी सदस्यों सहमति जतायी. इसके अलावा लाइट व अन्य काम पर भी करोड़ों रुपये खर्च किये जायेंगे. निगमकर्मियों की बंद पारिवारिक पेंशन देने को लेकर सदस्यों ने मुहर लगा दी. इसके अलावा सफाईकर्मियों की दैनिक वेतन की बढ़ोतरी के लिए बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि 21 रुपये दैनिक के हिसाब से बढ़ाया गया.
निगम में उपलब्ध पैसे के अनुरूप में ही होगा काम
वार्ड पार्षद सारिका वर्मा व गजेंद्र सिंह के अलावा कई सदस्यों ने विभिन्न योजनाओं को पूरा करने की मांग करने पर नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि निगम क्षेत्र में बहुत सारे काम कराना जरूरी है. लेकिन, निगम में आंतरिक स्रोत व सरकार के अनुदान से ही खर्च पूरा हो पाता है. बहुत सारा काम को कराने के लिए पैसाें की आवश्यक होती है. निगम में उपलब्ध पैसों के अनुरूप ही काम किया जा सकता है.
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सैरात क्षेत्र का किया जायेगा विस्तार
बैठक में सैरातों की बंदोबस्ती पर विस्तार से चर्चा किया गया है. नगर आयुक्त ने कहा कि सैरातों पर एरिया विस्तार व इस पर मंथन की जरूरत है. क्योंकि, लाखों रुपये में टेंडर लेने के बाद ठेकेदार वसूली नहीं कर पाता है. इसके चलते विभागीय वसूली करानी पड़ रही है. पुलिस केस भी कर्मचारियों पर हो रहा है. इसके बाद सभी सदस्यों ने फैसला लिया कि सैरात क्षेत्रों के एरिया को विस्तार किया जायेगा. इससे नगर निगम के राजस्व में वृद्धि होगी. केदारनाथ मार्केट, जिला स्कूल ऑटो स्टैंड, टावर चौंक का एरिया विस्तार बहुत जरूरी है. सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने को लेकर गंदगी फैलाने वाले से जुर्माना वसूला जायेगा. सफाई व्यवस्था को देखरेख करने के लिए प्रत्येक वार्ड एक टीम का गठन किया जायेगा. इसके लिए स्वच्छता साथी मित्र बहाल होंगे. टीम वार्ड की साफ-सफाई की मॉनीटरिंग करेगी. शहर के प्रत्येक वार्ड में दो-दो मिनी जलापूर्ति केंद्र लगाने पर सदस्यों ने हामी भरी. बैठक में पार्षद गजेंद्र सिंह ने शहर में यूनिरल के कमी के कारण लोगों की परेशानी का मुद्दा उठाया. इस पर शहर में 50 स्थानों पर यूनिरल लगाने की मुहर लगायी गयी.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग, उप नग आयुक्त शिवनंदन प्रसाद, सशक्त अस्थाई समिति के सदस्य विनोद यादव, मनोज कुमार, स्वर्णलता वर्मा, पार्षद धर्मेंद्र कुमार, कुंदन कुमार गोपाल कुमार, डिंपल कुमार, दीपक चंद्रवंशी, सारिका वर्मा, संजय कुमार सिन्हा, अंजना श्रीवास्तव, शीला देवी, राहुल कुमार, रणधीर कुमार गौतम, नैयर अहमद, गजेंद्र सिंह आदि मौजूद थे.
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