गया लोकसभा चुनाव के मैदान में अब 14 प्रत्याशी, एक ने वापस लिया नामांकन, चार ने मांगी सुरक्षा

गया लोकसभा क्षेत्र से 22 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. इसमें सात का नामांकन पत्र अपूर्ण होने के कारण खारिज कर दिया गया. एक उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे 14 उम्मीदवार मैदान में रह गए

By Anand Shekhar | April 2, 2024 8:27 PM

गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र से नामांकन करने वाले रंजन पासवान नामक एक प्रत्याशी ने मंगलवार को अपना नाम वापस ले लिया. यह जानकारी मंगलवार की शाम समाहरणालय के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम डॉ त्यागराजन ने दी. डीएम ने बताया कि अब चुनाव मैदान में 14 प्रत्याशी बचे हैं. गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र से 22 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. इसमें स्क्रूटनी के दौरान सात प्रत्याशियों का नामांकन पत्र अधूरा होने के कारण रद्द कर दिया था. एक प्रत्याशी ने नामांकन वापस ले लिया, तो चुनाव मैदान में 14 प्रत्याशी बचे. सभी 14 प्रत्याशियों को उनकी सहमति के आधार पर चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया है.

किसे मिला कौन सा चुनाव चिन्ह

डीएम ने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल से चुनाव मैदान में उतरे कुमार सर्वजीत, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) से जीतन राम मांझी व बहुजन समाज पार्टी से सुषमा कुमारी का चुनाव चिह्न पहले से ही आवंटित है. कुमार सर्वजीत को लालटेन, जीतन राम मांझी को कड़ाही, सुषमा कुमारी को हाथी, गिरिधर सपेरा को गैस का चूल्हा, धीरेंद्र प्रसाद को सीटी, शिवशंकर को नारियल फार्म, सुरेंद्र मांझी को फूलगोभी, अमरेश कुमार को मोतियों का हार, अरुण कुमार को मेज, अशोक कुमार पासवान को ऑटो-रिक्शा, आयुष कुमार को सिलाई का मशीन, देवेंद्र प्रताप को आरी, रंजन कुमार को कैंची व रानु कुमार चौधरी को आदमी व पाल युक्त नौका नामक प्रतीक आवंटित किया गया है.

चार उम्मीदवारों ने मांगी सुरक्षा

डीएम ने बताया कि चुनाव में मैदान में बचे 14 में से दो प्रत्याशी कुमार सर्वजीत व जीतनराम मांझी के पास पूर्व से ही सुरक्षा प्राप्त है. इनके अलावा 12 प्रत्याशियों में से चार प्रत्याशियों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर आवेदन दिया है. उनके आवेदन पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. ऐसे जिले में प्रतिदिन फ्लैग मार्च व निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है.

दिव्यांग व वयोवृद्ध वोटरों के घर पर आठ अप्रैल से ही वोटिंग कराने की शुरू होगी प्रक्रिया

डीएम ने बताया कि जिले में चिह्नित किये गये 275 दिव्यांग व वयोवृद्ध वोटरों को उनके घर पर ही पोलिंग पार्टी जाकर वोटिंग करायेगी. इस बाबत आवश्यक कदम उठाये गये हैं. यह प्रक्रिया आठ अप्रैल से शुरू की जायेगी. इस बाबत संबंधित दिव्यांगों व वयोवृद्ध वोटरों को सूचित कर दिया गया है. इन दिव्यांगों व वोटरों के घरों पर सुरक्षा बलों के साथ पोलिंग पार्टी बैलेट पेपर से वोटिंग करायेगी. इससे पहले सभी प्रत्याशियों को सूचित किया जायेगा, ताकि उन्हें इस बात की जानकारी रहे कि किन-किन वोटरों के घरों पर पोलिंग पार्टी जानेवाली है. उन्होंने बताया कि ऐसे दिव्यांगों व वयोवृद्ध वोटरों को चिह्नित करने के लिए चुनाव आयोग के द्वारा जारी किये गये गाइडलाइन का पालन किया गया है.

वसुंधरा बूथ सहित बनाये छह बूथ होंगे विशेष

डीएम ने बताया कि वोटिंग के प्रति वोटरों को आकर्षित करने के दृष्टिकोण से इस बार जिले में एक वंसुधरा बूथ, एक दिव्यांग बूथ, एक युवा बूथ व तीन महिला बूथ बनाये जाने की योजना है. इन बूथों पर एक विशेष संदेश देते हुए कामकाज किया जायेगा. वसुंधरा बूथ पर पर्यावरण को दृष्टिकोण में रखते हुए हर प्रकार की व्यवस्था की जायेगी. वसुंधरा बूथ पर ई-रिक्शा से पोलिंग पार्टी जायेंगे. इसके अतरिक्त वहां पर ऐसी व्यवस्था की जायेगी, जो पर्यावरण संरक्षण को लेकर संदेश दें. इसके अलावा दिव्यांग बूथ, युवा बूथ व महिला बूथ पर विशेष व्यवस्था की जायेगी.

गया, औरंगाबाद, नवादा व जमुई के लिए गया एयरपोर्ट पर एक हेलीकॉप्टर मिलने की है संभावना

सुरक्षा को लेकर सवालों के जवाब में डीएम ने बताया कि गया, औरंगाबाद, नवादा व जुमई लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के दिन एक हेलीकॉप्टर दिये जाने की संभावना है. हालांकि, इसकी स्वीकृति अबतक नहीं मिल सकी है. लेकिन, आपात स्थिति से निबटने को लेकर या पोलिंग पार्टी को अतिसंवेदनशील बूथ पर पहुंचाने को लेकर हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जायेगा. ऐसे लुटुआ व छकरबंधा सहित अन्य स्थानों पर हेलीपैड बनाया गया है.

अबतक आदर्श आचार संहिता के दर्ज हो चुके हैं चार मामले

डीएम ने बताया कि चुनाव आयोग के द्वारा 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लगा देने के बाद अबतक जिले में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के चार मामले आये हैं. इसमें शेरघाटी अनुमंडल के दो थानों में मामला दर्ज हुआ है और दो मामले टाउन थानों में दर्ज हुआ है.

सात बूथों में किया गया परिवर्तन

डीएम ने बताया कि सात बूथों का स्थल परिवर्तन किया गया है. वहीं, कुछ बूथ ऐसे हैं, जिनका नाम परिवर्तन किया गया है. इसमें वैसे स्कूल हैं, जो उत्क्रमित होकर मध्य विद्यालय से प्लस टू हो गये हैं. साथ ही कुछ बूथ ऐसे हैं, जो नेशनल हाइवे पर थे, लेकिन, नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण में स्कूलों के बिल्डिंग वहां से हट गये, तो उन बूथों को परिवर्तित किया गया है. वहीं, कुछ बूथ वैसे हैं, जिनका बिल्डिंग निर्माणाधीन है, तो उन बूथों में परिवर्तन किया गया है.

छह विधानसभा क्षेत्रों में दो घंटा पहले समाप्त हो जायेगी वोटिंग

डीएम ने बताया कि गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र के शेरघाटी विधानसभा, बाराचट्टी विधानसभा व बोधगया विधानसभा और औरंगाबाद लोकसभा संसदीय क्षेत्र के गुरुआ विधानसभा, इमामगंज विधानसभा व टिकारी विधानसभा में दो घंटा पहले वोटिंग प्रक्रिया समाप्त हो जायेगी. यानी, इन छह विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बज से चार बजे तक ही वोटिंग होंगी. वहीं, गया लोकसभा क्षेत्र के गया टाउन विधानसभा, बेलागंज विधानसभा व वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग सुबह सात बजे से अपराह्न छह बजे तक वोटिंग होंगी.

गया लोकसभा क्षेत्र में 1410 भवनों में बनाये गये हैं 1879 बूथ

डीएम ने बताया कि गया लोकसभा संसदीय क्षेत्र के शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में 255 भवनों में 305 बूथ, बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में 281 भवनों में 332 बूथ, बोधगया विधानसभा क्षेत्र में 283 भवनों में 358 बूथ, गया टाउन विधानसभा क्षेत्र में 105 भवनों में 251 बूथ व एक सहायक बूथ, बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में 241 भवनों में 304 बूथ और वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में 245 भवनों में 329 बूथ बनाये गये हैं.

Also raed : गया संसदीय सीट से पत्थर तोड़ने वाली भागवती देवी ने किया संसद तक का सफर, 1962 में पहली बार लड़ी थी चुनाव

खगड़िया के मतदाताओं का मन टटोलना मुश्किल, समाजवादियों को यहां मिलती रही सफलता

Next Article

Exit mobile version