गया बनेगा स्मार्ट, नगर निगम बोर्ड ने 561 करोड़ के बजट को दी मंजूरी
गया नगर निगम ने शहर के विकास के लिए 561 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी है. बजट में शहरवासियों को पूरा ख्याल रखा गया है. सफाई, नाली-गली, चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान दिया गया है.
वित्तीय वर्ष 2024-25 को लेकर गया नगर निगम बोर्ड ने एक लाख 52 हजार के फायदे के साथ पांच 561 करोड़ (पांच अरब 61 करोड़ 17 लाख 88 हजार 530 रुपये) के प्रस्तावित बजट को शनिवार को आयोजित बैठक में मंजूरी दी. 20 फरवरी को प्रस्तावित बजट को स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों ने पहले पारित किया था. मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान की अनुमति से बैठक का संचालन सशक्त स्थायी समिति सदस्य डॉ अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने किया. उन्होंने कहा कि बजट में शहर को विकसित बनाने के लिए हर तरह की योजनाओं में काम करने का प्रस्ताव लाया गया है. गया को स्मार्ट सिटी के तर्ज पर विकसित किया जायेगा.
मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इस बार लाभ का बजट पास किया गया है. जनहित से जुड़े मुद्दों जैसे साफ-सफाई आदि पर विशेष बल के साथ-साथ शहर के चहुंमुखी विकास पर फोकस किया जायेगा. शहर के सभी गोलंबरों का काम जल्द शुरू कर दिया जायेगा. मेयर ने कहा कि बजट में शहरवासियों को पूरा ख्याल रखा गया है. सफाई, नाली-गली, चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि दो दशक पहले तक निगम का बजट एक या दो करोड़ का होता था. अब कई गुणा अधिक वृद्धि हुई है. कुछ सुधार के बाद बजट को सर्वसम्मति से पारित किया गया.
नगर निगम बजट में विकास को लेकर शामिल प्रमुख काम
- ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन, जल-जीवन हरियाली
- राज्य योजना मद से शहर की सड़कों का निर्माण
- कच्ची गली का पक्कीकरण
- जलापूर्ति व्यवस्था का रखरखाव
- प्रदूषण नियंत्रण के लिए शहर में नौ जगहों पर यंत्र लगाने
- शहर के पुराने मकानों से निकलने वाला वेस्टेज से सीएनडी प्लांट लगाने, ताकि पेवर ब्लॉक बनाने का काम शुरू हो
- केपी रोड स्थित गांधी स्मारक का सौंदर्यीकरण
- शहर के चारों ओर स्वागत द्वार का निर्माणशहरी आवास योजना सहित अन्य योजनाएं शामिल
- शहर में कई जगहों पर फव्वारा लगाकर सुंदरता बढ़ाने
नगर निगम की बैठक में इन मामलों पर भी की गयी चर्चा
वार्ड पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने वेतन के साथ विभिन्न तरह की जानकारी गलत देने पर सवाल उठाये. इसके बाद अधिकारियों से लेकर कई पार्षदों ने इस पर सवाल खड़े किये. संबंधित कर्मचारी को इसमें सुधार कर लेने का निर्देश दिया गया. पार्षद गजेंद्र सिंह ने कहा कि आवास योजना में लाभुकों को पैसा मिलने में देरी हो रही है.
इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम का भी जीर्णोद्धार नहीं हो रहा है. इसके साथ ही पार्षदों को स्टेशनरी खर्च के लिए पैसा अलग से दिया जाये. इसके साथ ही पैड पर योजनाओं को पूरा करने का अधिकारी दिया जाये. हालांकि, इन प्रस्तावों पर स्वीकृति देने में बोर्ड में असमर्थता जतायी गयी. पार्षद जया देवी ने वार्ड नंबर दो में पैसा निकालने के बाद काम नहीं होने के बाद कार्रवाई की जाये.
बैठक में ये रहे शामिल
बैठक में नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, डिप्टी मेयर चिंता देवी, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य धर्मेंद्र कुमार, मनोज कुमार, स्वर्णलता वर्मा, तबस्सूम परवीन, पार्षद गजेंद्र सिंह, दीपक चंद्रवंशी, मोहम्मद नैयर अहमद, मोहम्मद कलाम, इरम कहकशा, ओमप्रकाश सिंह, शीला देवी, सारिका वर्मा, संजय सिन्हा, अंजना श्रीवास्तव, अंजली कुमारी, चंदू देवी, डिंपल कुमार आदि मौजूद थे.