बोधगया. बोधगया के मियां बिगहा में पिछले 10 वर्षों से छुप कर यानी असली पहचान छुपा कर रह रहे बांग्लादेश के एक नागरिक को गया एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया. वह बौद्ध भिक्षु बन कर बोधगया में रह रहा था व शुक्रवार को गया एयरपोर्ट के रास्ते थाई एयरवेज के विमान से पहले बैंकॉक व उसके बाद किसी बौद्ध सम्मेलन में भाग लेने जर्मनी जानेवाला था. गया एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन काउंटर पर कागजात की जांच के दौरान उसके पासपोर्ट पर शक होने के बाद पूछताछ की गयी व बाद में शक सही पाये जाने के बाद मगध मेडिकल थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया. उसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया व जेल भेज दिया गया. इस संबंध में मगध मेडिकल थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि अवैध तरीके से आवासन करने व अवैध रूप से पासपोर्ट व अन्य कागजात बनाने के आरोप में केस दर्ज करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया गया व जेल भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश स्थित कॉक्स बाजार के पारितोष बरुआ उर्फ वेनू धर के 25 वर्षीय बेटे बाबू जोय बरुआ उर्फ राजीव धर यहां राजवीर धर के नाम से रह रहा था. पासपोर्ट व अन्य कागजात भी राजवीर धर के नाम से बनाया हुआ था. उसने अपना पता बोधगया के मियां बिगहा दर्ज कराया हुआ था. थानाध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ में यह भी जानकारी दी कि वह पिछले 10 वर्षों से बोधगया में इसी नाम से रह रहा था.
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