Gaya News : साइबर ठगी में पकड़े गये लोगों के परिजनों ने थाने में काटा बवाल

Gaya News : शहर के रामपुर थाने क्षेत्र में मिर्जा गालिब कॉलेज के पास एक तीन मंजिला मकान में कॉल सेंटर के नाम साइबर ठगी के खुलासे के बाद पकड़े गये 36 लोगों के परिजनों ने चंदौती थाना परिसर में रविवार को जमकर हंगामा किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2024 10:13 PM
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गया. शहर के रामपुर थाने क्षेत्र में मिर्जा गालिब कॉलेज के पास एक तीन मंजिला मकान में कॉल सेंटर के नाम साइबर ठगी के खुलासे के बाद पकड़े गये 36 लोगों के परिजनों ने चंदौती थाना परिसर में रविवार को जमकर हंगामा किया. हालांकि, इसका विरोध कॉल सेंटर में कामकाज करनेवाले युवक-युवतियों ने भी किया. परिजनों का कहना था कि उनके बेटा-बेटी बेरोजगारी दूर करने के लिए कॉल सेंटर में कामकाज करते थे. लेकिन, उसके पीछे अगर कोई गोरखधंधा हो रहा था तो इस मामले में इस कंपनी के संचालक व व्यवस्थापक पर कार्रवाई हो. इसमें हमारे बेटा-बेटी का क्या गुनाह है. इन्हीं मामलों को लेकर परिजनों ने चंदौती थाने में हंगामा किया. वहीं मौके पर मौजूद सिटी डीएसपी धर्मेंद्र भारती, साइबर डीएसपी साझी राय, विधि व्यवस्था डीएसपी रवि प्रकाश सिंह, रामपुर थानाध्यक्ष दिनेश बहादुर सिंह, चंदौती थानाध्यक्ष अजय कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने उग्र परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, परिजनों द्वारा नहीं मनाने पर वहां मौजूद सिपाहियों ने बल का प्रयोग किया और दो-चार डंडे लगाकर भीड़ को तितर-बितर किया. वहीं मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कॉल सेंटर व कर्मचारियों के पास से बरामद 33 मोबाइल फोन में से 21 फोन ऐसे है जिनका प्रयोग पूर्व के दिनों में किन्हीं न किन्हीं प्रकार से लोगों को झांसे में लेकर उनके द्वारा साइबर ठगी की गयी है. इन मोबाइल फोन नंबरों को नेशनल काइम रिपोर्ट ब्यूरो के द्वारा चिह्नित करते हुए ब्लैकलिस्ट किया गया है. इस आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि इस कॉल सेंटर से विभिन्न माध्यम के जरिये रुपये की ठगी की जा रही थी. कंपनी के संचालकों के द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के संबंधित लाइसेंस व अन्य दस्तावेज की मांग की गयी तो उनके द्वारा कई कागजात नहीं दिखाया.

मास्टरमाइंड की हो रही तलाश : एसएसपी

इधर, एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि इस बड़े साइबर गिरोह के खिलाफ की गयी कार्रवाई और छापेमारी को लेकर गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध साइबर डीएसपी साझी राय के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. साथ ही इसकी उच्च स्तरीय जांच करने का निर्देश भी दिया गया है. ताकि, स्पष्ट हो सकें कि इस गिरोह में और कौन-कौन जुड़े हैं और किन-किन जिलों में साइबर गिरोह चल रहा है. साथ ही इसका मास्टर माइंड कौन है.

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