गया. सीयूएसबी के राजनीतिक अध्ययन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ सुमित कुमार पाठक को क्योटो विश्वविद्यालय, जापान में प्रतिष्ठित तटस्थता अध्ययन परियोजना में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. वह इस महत्वपूर्ण शैक्षणिक पहल के तहत 11, 15 और 18 अक्तूबर को निर्धारित बैठकों में भाग लेंगे. सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए डॉ सुमित कुमार पाठक को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. सीयूएसबी के पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि डॉ पाठक का शोधपत्र कौटिल्य का पुनरावलोकन: समकालीन विश्व में तटस्थता की खोज शीर्षक से 23 से 25 अक्तूबर तक क्योटो विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में प्रस्तुति के लिए स्वीकार कर लिया गया है. तटस्थता और उसके अनुसंधान की पुनर्कल्पना विषय पर आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक मामलों में तटस्थता की उभरती प्रासंगिकता का पता लगाना है. वर्तमान परिदृश्य में तटस्थता का बहुत महत्व है, क्योंकि हमास-इजराइल युद्ध, इजराइल-हिज्जबुल्लाह संघर्ष, इजराइल-ईरान तनाव और यूक्रेन व रूस के संघर्ष वैश्विक स्थिरता को चुनौती देते रहते हैं. डॉ पाठक का काम प्राचीन भारतीय रणनीतिकार कौटिल्य और वर्तमान भू-राजनीतिक संदर्भ में उनकी प्रासंगिकता पर फिर से विचार करता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है