Gaya News : कचरा डंपिंग प्वाइंट पर लोग फेंक दे रहे घरों का मलबा

Gaya News : नगर निगम क्षेत्र में हर दिन करीब 600 टन कचरा लोगों के घरों से निकलता है. शहर के चौक-चौराहों पर जगह-जगह कचरा जमा करने का प्वाइंट वर्षों से बना दिया गया है. वहीं पर कचरा लोग फेंक कर चले जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2024 6:42 PM

गया. नगर निगम क्षेत्र में हर दिन करीब 600 टन कचरा लोगों के घरों से निकलता है. शहर के चौक-चौराहों पर जगह-जगह कचरा जमा करने का प्वाइंट वर्षों से बना दिया गया है. वहीं पर कचरा लोग फेंक कर चले जाते हैं. निगम से बात की जाये, तो हर घर से कचरा कलेक्शन का दावा किया जाता है, लेकिन यह सब कुछ फेल ही दिखता है. अब कचरा प्वाइंट के पास ही घरों का मलबा लोग लाकर फेंक देते हैं. निगम से मिली जानकारी के अनुसार, आम दिनों में तीन से पांच गाड़ी मलबा हर दिन निगम को हटाना पड़ता है. गर्मी में इसकी संख्या दोगुनी हो जाती है. निगम के स्वच्छता पदाधिकारी मोनू कुमार ने बताया कि रोड किनारे या फिर घर के सामने मलबा रखते हुए पकड़े जाने पर फाइन किया जाता है. सिटी मैनेजर इसमें फाइन करते हैं. लेकिन, कचरा प्वाइंट पर रात या फिर निगम कर्मचारी से नजर बचाकर फेंकने पर उसे हटाना निगम की मजबूरी हो जाती है. ऐसे निगम में मलबा हटाने के लिए प्रति ट्रैक्टर पैसा लेकर बुकिंग भी की जाती है. उन्होंने बताया कि इसके बाद भी हर दिन मलबा निगम को हटाना पड़ रहा है. शहर को सुंदर व स्वच्छ रखने के लिए लोगों का सहयोग जरूरी है.

फाइन की सिर्फ की जाती रही है बात

शहर को साफ रखने के लिए बोर्ड की बैठकों में फाइन का प्रावधान किया गया. लेकिन, जमीनी स्तर पर अमल कभी नहीं हुआ. निगम की ओर से नरमी बरते जाने के चलते लोग अपनी आदतों में कोई सुधार नहीं ला रहे हैं. शहर में यत्र-तत्र कचरा फेंकना यहां के लिए आम बात हो गयी है. निगम की ओर से बार-बार अभियान चला कर निगम के कचरा कलेक्शन गाड़ी में कचरा देने की अपील की जाती है. इसका कोई असर लोगों पर नहीं होता है. निगम सूत्रों का कहना है कि इस पर पूर्ण तौर से रोक लगाने के लिए फाइन जरूरी है. फाइन करने के बाद लोग खुद ही अपने निर्धारित जगहों पर फेंकने लगेंगे.

क्या कहते हैं अधिकारी

उपनगर आयुक्त शिवनाथ ठाकुर ने कहा कि कचरा व घर का मलबा सड़क किनारे फेंकना निगम स्तर पर जुर्म की श्रेणी में रखा गया है. इसमें फाइन का प्रावधान किया गया है. आनेवाले दिनों में इस पर अमल किया जायेगा. लोगों को खुद भी अपने शहर को सुंदर बनाए रखने के लिए अपनी आदतों में सुधार लानी चाहिए.

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