डोभी. डोभी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सीय व्यवस्था का हाल यह है कि रविवार को आठ घंटों तक लगातार कोई डॉक्टर मौजूद नहीं रहा. चिकित्सकों की अनुपस्थिति में एएनएम के सहारे इलाज किया गया. यह समस्या रविवार की सुबह आठ से शाम चार बजे तक की बतायी जाती है. आठ घंटे के दौरान डोभी पीएचसी में कई ऐसे इमरजेंसी के मरीज आये, परंतु चिकित्सकों की अनुपस्थिति के कारण वापस लौट गये. कुछ मरीजों का इलाज नर्स दयावंती देवी ने किया. वहीं शाम चार बजे इमरजेंसी को लेकर अस्पताल के एक चिकित्सक नरेश मालाकार आये और मात्र 10 मिनट में एक मरीज को देखकर चले गये. इसके बाद शाम छह बजे तक कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था. जानकारी के अनुसार, दोपहर 12 बजे एक पेशेंट डोभी से श्यामा देवी को सांस की गति अचानक तेज होने पर यहां परिजनों के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोभी में लाया गया, लेकिन चिकित्सक के नहीं रहने के कारण मरीज को एएनएम के द्वारा इलाज किया गया. संतोषजनक इलाज नहीं देखकर परिजन अपने मरीज को वापस अन्य जगह पर ले गये. वहीं, अस्पताल में डिलिवरी व संबंधित कई मरीज मौजूद थे. एक बच्चा चाय से जलने का इलाज करने पहुंचा, जिसका इलाज भी एएनएम के द्वारा किया गया. वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया दो एएनएम व दो चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की ड्यूटी है. इसमें चतुर्थवर्गीय कर्मचारी भी गायब थे. इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी सुनील कुमार प्रसाद से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि रविवार को रोस्टर के अनुसार डॉ इला माधवी की ड्यूटी थी, लेकिन किसी कार्य को लेकर पूर्व में आवेदन देकर छुट्टी पर चली गयी हैं. इसके बाद आठ घंटे तक कोई चिकित्सक की यहां ड्यूटी नहीं लगायी गयी.
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