गया. जिला में नवजात शिशुओं के बीमार होने पर उसे प्रभावती अस्पताल स्थित न्यू बॉर्न केयर यूनिट लाने व वापस घर पहुंचाने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी. नवजात को परिजनों के साथ लाने व ले जाने की सुविधा से कई नवजात का इलाज आसानी से हो सकेगी. मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए राज्य सरकार और राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से नवजात शिशु देखभाल इकाई यानी एसएनसीयू को नयी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. इस क्रम में अब जिला स्तर पर सिविल सर्जन को कहा गया है कि एसएनसीयू में भर्ती करने व डिस्चार्ज के बाद नवजात शिशुओं घर पहुंचाने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा देनी है. शिशु स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विजय प्रकाश राय ने सिविल सर्जन को इस संबंध में पत्र जारी कर निर्देश दिये हैं. उन्होंने बीमार नवजातों को एसएनसीयू में सरकारी एंबुलेंस से रेफर करने व डिस्चार्ज के पश्चात सरकारी एंबुलेंस से वापस घर पहुंचाने के लिए कहा गया है.
208 नवजात को मिली एंबुलेंस सेवा
डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि जिला में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के प्रयासों में एंबुलेंस सेवा को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि एक्सफेसिया, प्रीमैच्यूरिटी तथा अत्यधिक कम वजन व हाइपोथर्मिया वाले शिशु की मृत्यु का खतरा अधिक होता है. ऐसे में एसएनसीयू में बीमार नवजात का इलाज किया जाता है. उन्होंने बताया कि अप्रैल से अगस्त तक कुल 262 नवजात को प्रभावती अस्पताल स्थित एसएनसीयू लाया गया. इनमें 208 नवजात को सरकारी एंबुलेंस की सुविधा मिली है. जबकि, 54 नवजात अपने परिजनों के साथ निजी वाहनों से पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है