Gaya News : खिजरससराय का स्टेडियम दूसरे राज्यों के लिए भी मॉडल
Gaya News : केंद्रीय खेल मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुचेता चतुर्वेदी व डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने खिजरसराय प्रखंड की जमुआ पंचायत के करपी गांव में प्लस टू जनता उच्च विद्यालय करपी में मनरेगा से नवनिर्मित स्टेडियम का निरीक्षण किया.
गया/खिजरसराय. केंद्रीय खेल मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुचेता चतुर्वेदी व डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने खिजरसराय प्रखंड की जमुआ पंचायत के करपी गांव में प्लस टू जनता उच्च विद्यालय करपी में मनरेगा से नवनिर्मित स्टेडियम का निरीक्षण किया. इस दौरान पूर्व डीडीसी विनोद दूहन भी साथ थे. संयुक्त सचिव ने स्टेडियम को काफी सराहा. बताया कि इस मॉडल के संबंध में वह भारत सरकार को अवगत करायेंगी और अन्य राज्यों में भी लागू कराने की बात सरकार से करेंगी. वहां मौजूद खिलाड़ियों ने अधिकारियों को बताया कि स्टेडियम बन जाने से सुविधा हो गयी है. डीएम ने बताया कि बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा खिजरसराय मॉडल को अपनाते हुए राज्य के सभी पंचायत में एक-एक खेल स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया गया है. इस पर कार्रवाई काफी तेज गति से हो रही है . गया जिले में 200 से अधिक खेल स्थलों का चयन किया गया है, जहां मनरेगा से स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा.
19 लाख 75 हजार की लागत से बना है मैदान
जनता उच्च विद्यालय करपी के स्टेडियम का निर्माण 19 लाख 75 हजार की लागत से हुआ है. संयुक्त सचिव ने मैदान में तैयार वॉलीबॉल ग्राउंड सहित अन्य का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दरम्यान इतना कम लागत में अच्छे निर्माण पर मनरेगा टीम की प्रशंसा भी की. पूर्व डीडीसी विनोद दुहन आज तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश शेखर की देखरेख में इस मनरेगा खेल मैदान का निर्माण किया गया था. खेल मैदान के निरीक्षण के बाद सुजाता चतुर्वेदी इस योजना को पूरे देश में उतारने के लिए केंद्र सरकार के पास अपना रिपोर्ट पेश करेंगी. मनरेगा से निर्मित खेल मैदान को अन्य स्थल पर धरातल पर उतारने के लिए कई जिलों से आयी टीमें इसका निरीक्षण कर चुकी हैं.पूर्वजों के तर्पण के लिए तीर्थयात्रियों को मिल रहा फल्गु का पानी
डीएम ने संयुक्त सचिव को मानपुर ओवरब्रिज से गया जी डैम को दिखाया और वहां की विशेषताओं को बताया. जिला पदाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2022 के पहले तीर्थ यात्री नदी में बैठकर पिंडदान करते थे. लेकिन मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022 में गया जी डैम का निर्माण कराया और व्यवस्था की गयी कि सालों भर इस नदी में पानी रहे. इस भगीरथ प्रयास से सभी तीर्थयात्री काफी प्रसन्न दिखे हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि तीर्थ यात्रियों को देवघाट से सीता कुंड जाने के लिए काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता था इसे देखते हुए उन्होंने गया जी डैम को पुल से जोड़ते हुए सीतापथ का निर्माण करवाया. श्रीमती चतुर्वेदी ने इन सभी कार्यों को देख कर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है