गया. सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर जिले के वरीय अधिकारी हर जगह जांच करने पहुंच रहे हैं. डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने जिले के दो सदर, दो अनुमंडल, तीन पीएचसी, 20 सीएचसी, 57 एपीएचसी व आठ यूपीएचसी की जांच के लिए अधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनायी हैं. इसमें अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि चिकित्सकों व अन्य कर्मियों की उपस्थिति, ओपीडी-आइपीडी में उपस्थित मरीजों व उनके परिजन से फीडबैक लेना, अस्पताल में दवा की उपलब्धता, पैथोलॉजिकल सेवाओं की सुविधा का विवरण, अस्पताल में चिकित्सकों का पदस्थापन, कितने चिकित्सक की उपस्थिति, कितने चिकित्सक की अनुपस्थिति, अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति, भर्ती किये गए मरीजों के उपचार संबंधित जानकारी, मरीज को अस्पताल में दिए जाने वाली व्यवस्था की जांच करनी है. डीएम ने सख्त लहजे में निर्देश दिया है कि किसी भी अस्पताल में मरीजों को लौटाना नहीं है. आसानी से उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देने के सरकार के संकल्प को उपलब्ध कराना है. डीएम के निर्देश पर अधिकारियों ने अस्पतालों में औचक निरीक्षण किया है. सभी अधिकारी जांच रिपोर्ट डीएम को सौपेंगे.
नेशनल हेल्थ मिशन के सदस्य ने मगध मेडिकल में की जांच
इधर, नेशनल हेल्थ मिशन की कमेटी ने मगध मेडिकल अस्पताल पहुंच कर व्यवस्था को जांच है. अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने बताया कि यहां पर सदस्य ने दोनों प्रीफेब वार्ड, लैब, गाइनी आइसीयू को देखा. यहां की व्यवस्था को देख कर नेशनल हेल्थ मिशन के सदस्य काफी संतुष्ट दिखे. इसके साथ वहां से मिलने वाले पैसों को किस स्तर पर खर्च किया गया इसका हिसाब दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है