आमस (गया). अब अपराधी सोने-चांदी की तरह लहसुन और आटा भी लूट रहे हैं. ऐसी ही एक घटना आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव के समीप जीटी रोड के किनारे हुआ. यहां बिस्मिल्लाह फूड ट्रेडर्स से रविवार की देर रात हथियार के बल पर करीब 25 लाख रुपये के लहसुन व आटे की लूट से इलाके में सनसनी फैल गयी. घटना की सूचना मिलते ही सोमवार की सुबह घटना स्थल पर पहुंचे शेरघाटी एएसपी शैलेंद्र सिंह और आमस के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रियनंदन आलोक जांच में जुट गये. यहां बिस्मिल्लाह फूड ट्रेडर्स के मालिक शेरघाटी के शुमाली मुहल्ला निवासी शेख अब्दुल्लाह ने बताया कि हथियार से लैस करीब दो दर्जन लुटेरे सीढ़ी लेकर आये थे. सभी ने सीढ़ी के सहारे पीछे से फैक्ट्री के अंदर प्रवेश किया और मेन गेट का ताला खोल करीब 25 लाख रुपये का माल, डेढ़ सौ बोरा लहसुन और डेढ़ सौ बोरा आटा लोड कर फरार हो गये. लुटेरे अपने साथ ट्रक भी लेकर आये थे. लूट का सारा सामान उन्होंने ट्रक पर लोड किया और फरार हो गये. शेख अब्दुल्लाह ने बताया कि लुटेरे अपने साथ लाये बांस की लंबी सीढ़ी यहीं छोड़ कर भाग गये हैं. घटना के वक्त यहां काम करने वाले मिस्त्री व मजदूर समेत कुल तीन लोग मौजूद थे. दरभंगा निवासी उक्त फैक्ट्री में मिस्त्री का काम करने वाले गणेश यादव ने बताया कि आधा दर्जन लोग आये और रिवाल्वर सटा दिया. मारपीट कर हाथ-पैर बांध दिये और लूटपाट की. बल्ब और सीसीटीवी कैमराें को क्षतिग्रस्त करने के बाद डीवीआर और मोबाइल भी साथ लेकर भाग गये. एक मजदूर ने बंधे हाथ को बड़ी मुश्किल से दांत से खोला. उसके बाद सभी के हाथ पैर खोले गये. इसके बाद पास के धर्म कांटा से मोबाइल द्वारा मालिक को इसकी सूचना दी गयी. मजदूरों ने बताया कि लुटेरों के फैक्ट्री में प्रवेश करने के करीब 15 मिनट के बाद ट्रक आया और लगभग आधा घंटे के अंदर सभी अपराधी सामान लोड कर फरार हो गये.
चार महीने में लहसुन के दाम 400 रुपये के पार
पटना. लहसुन, प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों ने मध्यम वर्ग के घर का बजट बिगाड़ दिया है. पिछले चार माह में लहसुन की कीमत में लगभग ढाई से तीन गुना तक इजाफा दर्ज किया गया है. अगस्त में लहसुन की खुदरा कीमत 200 से 250 रुपये प्रति किलो थी, जो नवंबर में बढ़ कर पांच से साढ़े पांच सौ रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है. हालांकि थोक मंडी में इसकी कीमत 250 से 350 रुपये प्रति किलो तक है. कारोबारी राकेश कुमार ने बताया कि फसल कमजोर होने के कारण लहसुन का आवक कम है और लग्न को लेकर मांग अधिक है. इसके कारण भाव में तेजी बरकरार है. मुख्य रूप से लहसुन मध्य प्रदेश और गुजरात से आता है. इसके अलावा राजस्थान, दक्षिण भारत और यूपी से भी लहसुन मंगाया जाता है.
तीन महीने से रुला रहा प्याज, कीमत पचास से ज्यादा
वहीं, दूसरी ओर प्याज लोगों को पिछले तीन माह से रुला रहा है. प्याज के थोक कारोबारी राम प्रवेश कहते हैं कि पिछले तीन माह पहले प्याज का थोक भाव 40- 45 रुपये प्रति किलो था, आज भी कमोबेश भाव वही है. अभी थोक मंडी में नासिक के प्याज का भाव 40-42 रुपये प्रति किलो है, जबकि राजस्थान वाला प्याज 35- 36 रुपये किलो मिल रहा है. हालांकि, खुदरा बाजार में प्याज का भाव 50-55 रुपये प्रति किलो है. यह भाव पिछले तीन माह से बना हुआ है. हालांकि प्याज की नयी फसल बाजार में आनी शुरू हो गयी है. उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में इसके भाव में कमी आयेगी. इसी तरह 10 रुपये किलो मिलने वाला टमाटर भी पिछले एक-डेढ़ महीने से 50 से 60 रुपये किलो मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है