Gaya News : प्रमुख वेदी स्थलों पर बनाये जा रहे भव्य पंडाल
Gaya News : मेला शुरू होने में अब केवल छह दिन ही शेष रह गये हैं. वर्ष 2014 में इस मेले को राजकीय दर्जा बिहार सरकार द्वारा मिलने के बाद इसके स्वरूप में काफी बदलाव आने लगा है.
गया. पितृपक्ष मेला इस बार 17 सितंबर से शुरू हो रहा है. मेला शुरू होने में अब केवल छह दिन ही शेष रह गये हैं. वर्ष 2014 में इस मेले को राजकीय दर्जा बिहार सरकार द्वारा मिलने के बाद इसके स्वरूप में काफी बदलाव आने लगा है. इस बार भी विष्णुपद मंदिर प्रांगण सहित देवघाट, ब्रह्मसत तालाब सहित सभी 54 वेदी स्थलों पर भव्य व आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है. आदिकाल से आयोजित होने वाले इस मेले में देश-विदेश से लाखों तीर्थयात्री यहां आते हैं. तीर्थयात्रियों को समुचित बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा इस बार भी फल्गु नदी के देवघाट, विष्णुपद, ब्रह्मसत सरोवर, वैतरणी सरोवर सहित अन्य सभी वेदी स्थलों पर पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर देश-विदेश से पिंडदान, श्राद्धकर्म व तर्पण के निमित्त आने वाले तीर्थयात्रियों को धूप व बरसात से बचाव के लिए भव्य पंडाल बनवाया जा रहा है. विष्णुपद सहित अन्य सभी प्रमुख मेला क्षेत्रों को बल्बों से सजाया भी जा रहा है. साथ ही पिंडदान के कर्मकांड से जुड़ी इन्फॉरमेशन के लिए प्रशासनिक स्तर पर मेला क्षेत्रों के अलावा रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव, वाहन पार्किंग स्थलों सहित शहर के प्रमुख सड़कों पर बैनर, पोस्टर व होर्डिंग भी लगाये जा रहे हैं.
स्टील बैरिकेडिंग को टाइट कसने का डीएम ने दिया निर्देश
विष्णुपद मंदिर प्रांगण में तीर्थयात्रियों को कतार में गर्भ गृह प्रवेश में जाने के लिए श्रीविष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति द्वारा लगाये जा रहे स्टील बैरिकेटिंग को और अधिक कसने का निर्देश जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा दिया गया है. 17 सितंबर से शुरू हो रहे इस मेले में बेहतर व्यवस्था के लिए मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि मेला अवधि के सभी 17 दिन के लिए 20 अतिरिक्त सफाई कर्मी व 16 अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्ति किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 10 सफाई कर्मी व आठ सुरक्षा गार्ड काम कर रहे हैं. तीर्थ यात्रियों के आनेवाली संभावित भीड़ को देखते हुए समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है