गया. जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम एवं एसएसपी आशीष भारती की संयुक्त अध्यक्षता में जिलास्तरीय बैठक की गयी. इसमें दुर्गापूजा को लेकर की जानेवाली तैयारियों की समीक्षा की गयी. डीएम ने कहा कि तीन से 12 अक्तूबर तक दुर्गापूजा आयोजित है. इस दौरान लगातार पर्व-त्योहारों का सिलसिला शुरू है. अभी से अगले दो-तीन महीने पूरी तरह फेस्टिव सीजन है. इस दौरान अपने क्षेत्र में हर हाल में शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था को पालन करवाना जरूरी है. सांप्रदायिक सद्भावना हर हाल में बनी रहे, यही पहली प्राथमिकता है. उन्होंने जिले के सभी वरीय पदाधिकारी व फील्ड के सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि पूर्व के विगत तीन वर्षों में हुई घटनाओं की थानावार लिस्ट तैयार करें और निरोधात्मक कार्रवाई करें. साथ ही उन क्षेत्रों में वर्तमान स्थिति क्या है, उसकी भी समीक्षा करें.
तालाब, पोखर में गहराई कर लें बैरिकेडिंग
डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र में जुलूस का मार्ग निर्धारण कर लें. रुट सत्यापन करना बेहद जरूरी है. साथ ही तालाब, नदी,पोखरों में जहां से गहरा पानी शुरू होता है, वहां पर मजबूती बैरिकेडिंग करवायें. डीएम ने कहा कि सभी जगहों पर अभी से ही पंडाल निर्माण होना शुरू हो गया है. भवन विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पंडालों के ठोस होने की हर हाल में जांच कर लें. इसके अलावा बिजली, अग्निशमन सहित अन्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि फायर सेफ्टी, लूज तार, कमजोर तार, पूरी चौड़ाई के साथ प्रवेश व निकास की व्यवस्था, सीसीटीवी की व्यवस्था सहित अन्य जो भी नॉर्म्स हैं, उसकी जांच करवाएं. आम जनों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है. समय पर्याप्त है, सभी पंडालों की भौतिक जांच करवायें. डीएम ने कहा कि सभी पूजा पंडालों के लिए लाइसेंस अनिवार्य है. रावण दहन कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक तैयारी अभी से ही कर लें. गांधी मैदान में इस बार अधिक भीड़ होने की संभावना है. इसलिए अभी से ही प्रॉपर बैरिकेडिंग व प्रवेश के साथ-साथ निकास द्वार पर्याप्त रखें.मूर्ति विसर्जन के लिए सभी रूट का वेरिफिकेशन हर हाल में कर लें
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था आम जनों को उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसे पूरी अच्छी तरीके से पालन करवाया जायेगा. जिले के बड़े-बड़े माफियाओं को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजें. मूर्ति विसर्जन के लिए सभी रूट का वेरिफिकेशन हर हाल में कर लें. जरूरत पड़े तो ड्रोन के माध्यम से भी भीड़ की निगरानी रखें. इसके अलावा सोशल मीडिया की लगातार मॉनीटरिंग करते रहे. पूजा पंडाल को दिए जाने वाले लाइसेंस में सभी शर्तें को हर हाल में अंकित करें. संवेदनशील क्षेत्र जो पूर्व से चिह्नित है, उन पर विशेष नजर रखनी होगी. उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि डीजे किसी भी सूरत में अनुमति नहीं होगी. डीजे संचालकों के साथ बैठक कर उनसे शपथ पत्र भरवा लें. पूजा पंडाल के संचालक को क्राउड कंट्रोल करने हेतु पर्याप्त वालिंटियर रखने के लिए निर्देशित करें. भीड़ नियंत्रण के जो भी मानक है उनके साथ कोई भी समझौता नहीं किया जायेगा. ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त रखने के लिए जो भी आवश्यक कार्य हैं, उसे करवाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है