Gaya News : गया. स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व गया जिले की पुलिस टीम ने एक लाख रुपये के इनामी नक्सली मुन्ना रवानी उर्फ मुन्ना चंद्रवंशी उर्फ मुकेश को मऊ (गया) थाना क्षेत्र के घिरसिंडी गांव से गिरफ्तार कर लिया है. यह जानकारी रविवार को एसएसपी आशीष भारती ने दी है. एसएसपी ने बताया कि घिरसिंडी गांव का रहने वाला इनामी नक्सली मुन्ना रवानी शेरघाटी व टिकारी अनुमंडल और नवादा जिले के रजौली इलाके में विगत एक दशक से नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहा था. 22 अप्रैल 2020 को धनगाई थाना क्षेत्र में सिमरौवा गांव में भाकपा-माओवादी संगठन से जुड़े हथियारबंद सदस्यों के एकत्रित होने की सूचना मिली. इसे गंभीरता से लिया गया और नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की. पुलिस टीम को देख कर नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
इनामी नक्सली को किया गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस टीम ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और घेराबंदी करनी शुरू की. हालांकि, नक्सली पहाड़ व जंगल का फायदा उठा कर भाग निकले. इस मामले में दारोगा के बयान पर धनगाई थाने में 27 आर्म्स एक्ट व 13, 16, 18 व 20 यूएपीए एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसमें भाकपा-माओवादी संगठन के हार्डकोर सदस्य आलोक यादव व मुन्ना रवानी सहित 13 नक्सलियों के विरुद्ध नामजद व अज्ञात नक्सलियों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस घटना में नामजद तीन नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और पुलिस दबिश के कारण चार नामजद नक्सली कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं. वहीं, हार्डकोर सदस्य आलोक यादव बाराचट्टी इलाके में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मारा जा चुका है. एसएसपी ने बताया कि अब इस कांड में फरार चल रहे चार नक्सलियों को गिरफ्तार करने को लेकर छापेमारी की जा रही है.
2017 में नवादा के रजौली थाने में मुन्ना रवानी ने पुलिस टीम पर की थी फायरिंग
एसएसपी ने बताया कि लगातार नक्सली घटनाओं में संलिप्त रहने के कारण मुन्ना रवानी के विरुद्ध बिहार सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. इसे गिरफ्तार करने को लेकर शेरघाटी डीएसपी संजीत कुमार प्रभात के नेतृत्व में धनगाई थानाध्यक्ष आनंद राम व कोंच और मऊ थाने की पुलिस टीम व एसटीएफ और टेक्निकल सेल की पुलिस टीम को शामिल किया गया. इस टीम को जानकारी मिली कि इनामी कुख्यात मुन्ना रवानी मऊ थाना क्षेत्र के घिरसिंडी गांव में आया हुआ है. इसी सूचना पर विशेष टीम ने छापेमारी की और मऊ थाने क घिरसिंडी गांव से उसे गिरफ्तार किया. गिरफ्तार मुन्ना रवानी 2015 से ही नक्सली संगठन में सक्रिय है और इसके विरुद्ध 2017 में नवादा जिले रजौली थाने में, धारा 307, 27 आम्स एक्ट व 18, 19 व 20 यूएपीए एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत दारोगा के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
शेरघाटी, कोंच, मेन, टिकारी, परैया व अलीपुर थाने में दर्ज हैं मामले
इधर, धनगाई थानाध्यक्ष आनंद राम ने बताया कि मुन्ना रवानी के विरुद्ध पहली प्राथमिकी 2015 में टिकारी अनुमंडल के मऊ थाने में प्राथमिकी कांड संख्या 13/15 दर्ज हुई थी. इसके बाद 2016 में नक्सली घटनाओं से संबंधित टिकारी, परैया व अलीपुर थाने प्राथमिकी दर्ज हुई थी. इसके बाद 2017 में शेरघाटी थाना में 3 व 4 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व 13, 16, 18, 19, 20 व 38 यूएपीए एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसके बाद 2020 में कोंच थाने में मुन्ना रवानी के विरुद्ध नक्सली घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.