Gaya News : अधीक्षक ने छुट्टी से लौटते ही मांगी ब्लड बैंक प्रभारी से सारी जानकारी
Gaya News : एएनएमएमसीएच अधीक्षक के छुट्टी से लौटते ही ब्लड बैंक के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. फिलहाल इस मामले में हेराफेरी का विस्तृत ब्योरा अधीक्षक की ओर से ब्लड बैंक प्रभारी से मांगा गया है.
गया. एएनएमएमसीएच अधीक्षक के छुट्टी से लौटते ही ब्लड बैंक के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. फिलहाल इस मामले में हेराफेरी का विस्तृत ब्योरा अधीक्षक की ओर से ब्लड बैंक प्रभारी से मांगा गया है. ब्लड बैंक के सारे कर्मचारी इस घटना के उजागर होने के बाद दहशत में हैं. सभी के माथे पर चिंता दिख रही है कि किस-किस को इस मामले में कार्रवाई की मार झेलनी पड़ेगी. हालांकि, अस्पताल से लेकर बाजार तक इस मामले की चर्चा जोरों पर हो रही है. अधीक्षक ने ब्लड बैंक में पत्र देकर कहा है कि अगस्त माह से ही कार्ड बनाने डोनेशन करने आदि का विवरण मांगा गया था, लेकिन उपलब्ध करायी गयी सूची में किसी का दस्तखत ही नहीं है. अखबार में फर्जी डोनर कार्ड पर 86 यूनिट ब्लड बेचने का मामला प्रकाशित किया गया है. यह एक गंभीर व आपराधिक मामला है. गौरतलब है कि 86 फर्जी डोनर कार्ड के तहत ब्लड बेचने का मामला प्रभात खबर में प्रकाशित किया गया था. इसके बाद मामले में दर-व-दर पर्दा और उठने लगा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ऑडियो
ब्लड बैंक से खून के हेराफेरी, फर्जी कार्ड बनाने के मामले में सोशल मीडिया में एक ऑडियो वायरल हो रहा है. ऑडियो में साफ तौर पर एक ओर से दूसरे को कहा जा रहा है कि दो लोगों की गलती करने पर पूरा ब्लड बैंक कर्मचारी फंस रहे हैं. आखिर किस स्थिति में आरएसएस, एसबीआइ, संत निरंकारी, शहीद भगत सिंह परिवार व अन्य संस्था के ब्लड डोनरों के नाम पर फर्जी कार्ड बनवाया. इतना ही नहीं कई डोनर के ओटीपी लेने के बारे में बात कही जा रही है. इस ऑडियो को प्रभात खबर पुष्ट नहीं करता है.मामला गंभीर, हर हाल में दोषियों पर होगी कठोर कार्रवाई
ब्लड बैंक का मामला बहुत ही गंभीर है. इसमें किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा. हर बिंदु पर इस मामले में जांच की जा रही है. पहले ब्लड बैंक प्रभारी से पूरा डिटेल मांगा गया है. प्रभारी का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. ब्लड बैंक की शिकायत पहले से मिल रही थी. इसकी निगरानी की जा रही थी. अस्पताल प्रशासन की ओर से हर संभव कोशिश की जायेगी कि दोषियों पर कार्रवाई करते हुए आगे इस तरह की बात पर रोक लगायी जा सके.डॉ केके सिन्हा, अधीक्षक, एएनएममएसीएचडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है