Gaya News : महिला की मौत के बाद डेंगू ग्रस्त इलाकों में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

Gaya News : शहर के पुलिस लाइन इलाके में डेंगू के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सर्तक है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 19, 2024 9:28 PM

गया. शहर के पुलिस लाइन इलाके में डेंगू के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सर्तक है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है. पुलिस लाइन इलाके की डेंगू पीड़ित एक महिला की मृत्यु के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यहां पहुंच लोगों को डेंगू से बचाव तथा लक्षणों के बारे में जानकारी दी. स्वास्थ्यकर्मियों ने घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों में बुखार होने तथा डेंगू के संभावित लक्षणों की जानकारी भी ली. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने इलाके के सरकारी विद्यालय व एक नर्सिंग कॉलेज में भी छात्रों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया. साथ ही इस इलाके में फॉगिंग भी करायी जा रही है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार के निर्देश के बाद ग्रसित इलाकों में स्वास्थ्यकर्मियों की टीम भेजी गयी. टीम द्वारा लोगों को बताया गया कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल अवश्य करें. उन्होंने बताया कि डेंगू संक्रमित मादा मच्छरों, मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से इंसान में फैलता है. इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं. डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर के जोड़ों और आंखों में दर्द, मतली और दाने होते हैं. अमूमन यह एक से दो सप्ताह में ठीक हो जाता है. लेकिन, कई लोगों को गंभीर रूप से डेंगू होता है. इससे जान को खतरा भी हो जाता है. डेंगू के मच्छर छत पर रखे खुले टैंकों, ड्रम, बैरल और इसी तरह के बर्तनों में जमा पानी में पनपते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार खुले बर्तनों, गमले या टायर आदि में पानी जमा नहीं होने दें.

नवंबर माह तक रहता है डेंगू का असर

डॉ हक ने बताया कि डेंगू को लेकर नवंबर माह तक सचेत रहने की जरूरत है. अगस्त से नवंबर तक डेंगू का वायरस 16 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच अधिक सक्रिय होता है. उन्होंने बताया कि डेंगू का प्रसार रुके हुए पानी में अधिक होता है. पानी को जमा नहीं होने दें. पानी की सही प्रकार की निकासी जरूरी है. घर और आसपास की सफाई का विशेष ध्यान रखें. मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. डेंगू के गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करायें.

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