Gaya News :एसटीएफ ने टीपीसी के पूर्व कमांडर व सहयोगी को किया गिरफ्तार

Gaya News :एसटीएफ व टिकारी अनुमंडल की विशेष टीम ने टीपीसी नामक नक्सली संगठन के पूर्व कमांडर मनोज यादव को डेल्हा थाने के कुजाप गांव के पास से गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 13, 2024 11:00 PM
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गया. 25 नवंबर 2018 को कोंच प्रखंड क्षेत्र स्थित कुरमावां पंचायत में बनाये जा रहे पंचायत सरकार भवन को ध्वस्त करने के मामले में एसटीएफ व टिकारी अनुमंडल की विशेष टीम ने टीपीसी नामक नक्सली संगठन के पूर्व कमांडर मनोज यादव को डेल्हा थाने के कुजाप गांव के पास से गिरफ्तार किया है. साथ ही इसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने कोंच थाने के खैरा गांव में विजय साव उर्फ मुखिया के घर में छापेमारी कर एक कट्टा, दो देसी राइफल व 25 कारतूस जब्त किया है. साथ ही विजय साव को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी आशीष भारती ने दी. एसएसपी ने बताया कि कुरमावां पंचायत में 2018 में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन के ठेकेदार बागेश्वरी प्रसाद के मुंशी रमेश कुमार यादव को फोन कर लेवी की मांग नक्सलियों ने की. लेवी नहीं देने पर 25 नवंबर 2018 को नक्सलियों ने निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन को ध्वस्त कर दिया था. इस मामले में ठेकेदार के बयान पर कोंच थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच में लेवी मांगने के मामले में कोंच थाना क्षेत्र के खैरा गांव के रहनेवाले मनोज यादव का नाम सामने आया. तब मनोज यादव का आपराधिक इतिहास खंगाला गया, तो पता चला कि मनोज यादव के विरुद्ध कोंच थाने में पहली प्राथमिकी 28 जुलाई 2011 को आर्म्स एक्ट व जानलेवा हमला का दर्ज है. इसके अलाआ मनोज यादव के विरुद्ध छह मार्च 2013 को कोंच थाने में विस्फोटक अधिनियम व आर्म्स एक्ट, 22 दिसंबर 2013 को बोधगया थाने में हत्या व आर्म्स एक्ट, 14 जून 2016 को आर्म्स एक्ट व 17 सीएलए एक्ट के तहत मेन थाना, पांच जून 2020 को बेलागंज थाना, आठ जून 2020 को कोंच थाना व छह जून 2024 को आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत कोंच थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया था. एसएसपी ने टिकारी डीएसपी के नेतृत्व में गठित की थी विशेष टीम

एसएसपी ने बताया कि मनोज यादव का आपराधिक इतिहास खंगालने के बाद उसे गिरफ्तार करने को लेकर टिकारी डीएसपी सुशांत कुमार चंचल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. इसमें कोंच थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह, गुरारू थानाध्यक्ष चाहत कुमार व पंचानपुर थानाध्यक्ष कन्हैया प्रसाद को शामिल किया गया और टीम को जानकारी मिली कि मनोज यादव डेल्हा थाना क्षेत्र के कुजाप गांव के पास आया हुआ है. इस विशेष टीम ने एसटीएफ के सहयोग से मनोज यादव को गिरफ्तार किया और पूछताछ में बताया कि पूर्व की घटनाओं में उपयोग किये गये संगठन के हथियारों व कारतूसों को अपने सहयोगी खैरा गांव के रहनेवाले विजय साव उर्फ मुखिया के घर पर रखे हुए है. इसी निशानदेही पर विशेष टीम ने खैरा गांव में छापेमारी कर विजय साव को गिरफ्तार किया और उसके घर के एक कमरे में रखे बक्सा से एक देसी कट्टा व तीन कारतूस और दूसरे कमरे में भूसा के अंदर रखे हुए दो देसी राइफल व 22 कारतूस बरामद किया गया. इन हथियारों व कारतूसों की बरामदगी के मामले में कोंच थाने में दारोगा के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

मनोज यादव व उमेश यादव के वर्चस्व की लड़ाई से इलाके में था खौफ

एसएसपी ने बताया कि टीपीसी के पूर्व कमांडर मनोज यादव व उमेश यादव के बीच लगातार वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. पुलिस व एसटीएफ की लगातार छापेमारी व दबिश के कारण उमेश यादव ने कोर्ट ने सरेंडर कर दिया था और अब मनोज यादव पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. इन दोनों कुख्यातों के जेल चले जाने से कोंच थाना इलाके खैरा व आसपास के गांवों के स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना प्रबल हुई है.

पुरस्कृत होंगे पुलिसकर्मी

एसएसपी ने बताया कि कुख्यात मनोज यादव की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभानेवाले एसटीएफ सहित टिकारी डीएसपी, कोंच, गुरारू व पंचानपुर थाने की पुलिस को पुरस्कृत किया जायेगा.

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