Gaya News : व्यायाम और सही खानपान की आदत बना डायबिटीज से कर सकते हैं बचाव
Gaya News : 30 वर्ष से अधिक उम्र की 14 प्रतिशत आबादी डायबिटीज से ग्रसित है. डायबिटीज का असर शरीर के दूसरे अंगों पर पड़ता है. रोगी के शरीर में ब्लड शुगर उच्च हो जाता है और पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनने के कारण रोगियों को इंसुलिन लेने की जरूरत भी पड़ जाती है.
गया. 30 वर्ष से अधिक उम्र की 14 प्रतिशत आबादी डायबिटीज से ग्रसित है. डायबिटीज का असर शरीर के दूसरे अंगों पर पड़ता है. रोगी के शरीर में ब्लड शुगर उच्च हो जाता है और पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनने के कारण रोगियों को इंसुलिन लेने की जरूरत भी पड़ जाती है. डायबिटीज का असर दिल, किडनी, लीवर और आंखों पर गंभीर रूप से पड़ता है. उक्त बातें विश्व मधुमेह दिवस पर जेपीएन हॉस्पिटल में आयोजित जागरूकता रैली में गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने गुरुवार को कही. उन्होंने कहा कि मधुमेह कई प्रकार के होते हैं. टाइप वन व टाइप टू शामिल हैं. टाइप वन डायबिटीज में इंसुलिन की मात्रा कम बनती है. इसे नियंत्रित किया जा सकता है. लेकिन, यह कभी खत्म नहीं होता है. गंभीर रोगियों को इंसुलिन दिया जाता है. टाइप वन डायबिटीज के मामले बच्चों और युवाओं में अधिक देखने को मिलते हैं. उन्होंने कहा कि वयस्क को टाइप टू डायबिटीज अधिक होता है. खानपान पर नियंत्रण से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. शरीर में शुगर की मात्रा को संतुलित रखना जरूरी है. शुगर की कमी या अधिकता होने पर रोगी बेहोश भी हो सकता है. डॉ हक ने बताया कि इस वर्ष एक अप्रैल से 14 नवंबर तक दो लाख पांच हजार लोगों के शुगर की जांच की गयी. इनमें 18 हजार 278 लोगों का शुगर का इलाज किया जा रहा है. चार हजार से अधिक शुगर के गंभीर रोगियों को बड़े स्वास्थ्य संस्थान रेफर कर इलाज कराने में मदद की गयी है.
डायबिटीज के इन लक्षणों का रखें ध्यान
बताया गया कि शरीर में डायबिटीज होने के कई लक्षण होते हैं. डायबिटीज होने पर चक्कर, रक्तचाप का बढ़ना, तनाव महसूस करना, बहुत अधिक नींद आना, जल्दी थकान हो जाना, अधिक बार पेशाब जाना, मुंह सूखा होना और बहुत अधिक प्यास लगना और जख्म का सूखने में लंबा समय लेना या जख्म का बने रहना भी शामिल है. डायबिटीज से बचाव के लिए सबसे बेहतरीन उपाय ऐसे काम करना है, जिससे शरीर से भरपूर मात्रा में पसीना निकले. इसके लिए नियमित वॉक, जॉगिंग, स्किपिंग व अन्य प्रकार के व्यायाम को अपने नियमित जीवन में शामिल करें. इसके अलावा बागवानी और दूसरे काम को भी व्यायाम में शामिल किया जा सकता है. मोटापा और हाइपरटेंशन डायबिटीज को बढ़ाते हैं. इसके अलावा हरी सब्जियां, मौसमी फल और रोटी का सेवन करें. भोजन में मांस और अंडा का संतुलित सेवन करें. पर्याप्त नींद लें ताकि आप तरोताजा महसूस कर सकें.
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