गया: पार्षदों व बुडको की बैठक में जलसंकट का कोई ठोस समाधान नहीं, लगाये कई आरोप

गया में बुडको की बैठक में काफी हंगामा हुआ है. पार्षदों ने पेयजल आपूर्ति को लेकर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. कई पार्षदों के पास शिकायतें थी, लेकिन जल संकट का बैठक में कोई समाधान नहीं निकल पाया.

By Ashish Jha | March 15, 2024 8:01 PM

गया. निगम सभागार में शुक्रवार को जलापूर्ति संकट को लेकर पार्षद, मेयर व बुडको के अधिकारियों की बैठक के दौरान पार्षदों ने बुडको के कामकाज को लेकर काफी आलोचना की. वार्ड 43 के पार्षद सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य विनोद कुमार यादव ने कहा कि गर्मी शुरू होते ही शहर में जगह-जगह पानी को लेकर दिक्कत शुरू हो गयी है. जल संकट को दूर करने में बुडको फेल है. आगे भी गर्मी में इनसे जलसंकट संभलने वाला नहीं है. मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने बैठक की शुरुआत में ही पार्षदों को समस्या बताने को कहा. इसके बाद पार्षदों का गुस्सा बुडको के कामकाज पर उमड़ पड़ा.

हुई शिकायतों की बौछार

वार्ड दो की पार्षद जया देवी ने कहा कि वार्ड में दो हजार होल्डिंग हैं, पर सिर्फ एक मिनी जलापूर्ति केंद्र के सहारे 70 घरों में वाटर सप्लाइ दी जा रही है. यह ठीक नहीं प्रतीत होता है. पाइप बिछाने के बाद पानी चालू नहीं हो सका है. वार्ड 10 के पार्षद कुंदन कुमार ने कहा कि वार्ड में पाइप बिछाने की बात करने पर एजेंसी के प्रतिनिधि कहते हैं कि यहां पर पाइप बिछाने को ऊपर से मना कर दिया गया है. इस पर काफी देर तक बहस चली. सशक्त स्थायी समिति के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने एजेंसी के प्रतिनिधि राजेश से इसे स्पष्ट करने को कहा. प्रतिनिधि ने बताया कि वार्ड पार्षद वहां काम करने में काफी दिक्कत करते हैं. इससे वहां काम नहीं हो पा रहा है. पार्षद ने इसका भी विरोध किया. इसके बाद लगभग वार्ड के पार्षदों ने अपने यहां की दिक्कत को रखा. बुडको के कामकाज पर लगभग पार्षदों ने सवाल खड़े किये. पार्षदों ने कहा कि निगम से ध्यान देने पर गर्मी में लोगों को जलसंकट से निजात दिलायी जा सकती है.

अधिकारी का नहीं पहुंचना बहुत गलत

मेयर ने कहा कि बुडको को बैठक के लिए दो दिन पहले ही पत्र देकर कार्यपालक अभियंता को मौजूद रहने को कहा गया था. बैठक में एक इंजीनियर व संबंधित एजेंसी के दो कर्मचारी को यहां भेज दिया गया है. इससे समाधान निकलना मुमकिन नहीं दिखता है. उन्होंने कहा कि हर बार सिर्फ अधिकारी आश्वासन देते हैं. काम जमीन पर हर जगह खराब ही हो रहा है. सशक्त स्थायी समिति सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि पानी के लिए समस्याएं शुरू है. भीषण गर्मी के दिनों में इस तरह स्थिति संभालनी मुश्किल लगती है. विवश होकर आंदोलन का रुख अख्तियार करना होगा. लोग इस समस्या को लेकर पार्षदों के पास ही पहुंच रहे हैं.

Also Read: बिहार में स्कूल नामांकन का बदला नियम, अब आधार समेत पांच कागजातों में से एक अनिवार्य

बैठक में ये रहे शामिल

मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर चिंता देवी, उपनगर आयुक्त शिवनाथ ठाकुर, निगम के जल देख रहे कार्यपालक अभियंता दीपक कुमार सिंह, सहायक अभियंता दिनकर प्रसाद, सशक्त स्थायी समिति सदस्य मोहन श्रीवास्तव, मनोज कुमार, विनोद कुमार यादव, पार्षद उपेंद्र कुमार, इरम कहकशां, गजेंद्र सिंह, संजय सिन्हा, जया देवी, कुंदन कुमार, गोपाल कुमार, अनुपमा कुमारी, अशोक कुमार, चंचला देवी, रणधीर कुमार गौतम, नीलम कुमारी, अमृता कुमारी आदि मौजूद थी.

पानी की समस्या दूर करने के लिए जारी हुआ टोल फ्री नंबर

बैठक में स्टैंडिंग ने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए आम लोगों के जलापूर्ति से संबंधित समस्या समाधान के लिए टोल फ्री नंबर-18003451614 जारी किया गया है. सुबह 10 बजे शाम पांच बजे तक लीकेज, गंदा पानी सहित अन्य समस्याओं से जुड़े शिकायत दर्ज करा सकते हैं. बुडको से संबंधित कर्मी 72 घंटे के अंदर समस्या को दूर करेंगे. मेयर ने कहा कि गर्मी के शुरुआत में ही सभी वार्डों में पेयजल की घोर किल्लत हो गयी है. इसका मुख्य कारण यह है कि बुडको कई वार्डों सही ढंग से न पाइप बिछाया न ही सही ढंग से कनेक्शन हो पाया है. इसके अलावा कई सड़कों को काट कर छोड़ दिया गया है. इनके काम जून 2024 तक पूरा कर देना है. ऐसे में आधा-अधूरा काम कैसे पूरा होगा, यह भगवान ही मालिक है. उन्होंने कहा कि बुडको के सभी कामों की जांच होगी, उसके बाद हैंडओवर लिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version