गया नगर आयुक्त का दो टूक, कहा शहर में जलापूर्ति योजना पर अब और खर्च संभव नहीं
गया में बुडको की ओर से कोई जिम्मेदार प्रतिनिधि यहां बैठक में नहीं पहुंचा. इसके बाद जो पहुंचे वे भी गलत रिपोर्ट बना कर लाये थे.
गया निगम क्षेत्र में हाल के दिनों में लोगों के घरों तक गंगाजल पहुंचाने के लिए करीब एक हजार करोड़ की योजना पूरी की गयी है. इसके बाद भी पेयजल पर काम करना संभव नहीं दिखता है. सरकार का निर्देश भी है कि पेयजल योजना पर दोहरा खर्च नहीं किया जायेगा. उक्त बातें गुरुवार को निगम में आयोजित बोर्ड की बैठक में नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने वार्डों में मिनी जलापूर्ति केंद्र ( बैट ) लगाने की मांग पर कही.
उन्होंने कहा कि बोर्ड में प्रस्ताव पारित करने के लिए पार्षद स्वतंत्र हैं. निगम के आंतरिक स्रोत से कोई योजनाओं को पूरा कर सकते हैं. वार्ड 37 की पार्षद सारिका वर्मा ने कहा कि बुडको के पेयजल योजना से विश्वास पूरी तौर से समाप्त हो गया है. उनके काम से हर घर में पानी पहुंचना मुश्किल ही दिखता है. इस पर सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि आंतरिक स्रोत से काम कराया जा सकता है. निगम में इंजीनियरों की जिम्मेदारी पर कराये जा रहे काम को लेकर सवाल उठाते हुए वार्ड 29 के पार्षद रणधीर कुमार गौतम ने कहा कि उनके वार्ड में मनमाने ढंग से योजनाओं को लेकर काम कराया जा रहा है. चार-चार योजनाओं की जिम्मेदारी एक इंजीनियर को दिया जा रहा है. यह बहुत ही गंभीर मामला है.
बुडको की रिपोर्ट पर भड़क गये सभी पार्षद
बुडको की ओर से कोई जिम्मेदार प्रतिनिधि यहां बैठक में नहीं पहुंचा. इसके बाद जो पहुंचे वे भी गलत रिपोर्ट बना कर लाये थे. कई पार्षदों को उनके वार्ड में काम पूरा होने की रिपोर्ट की जानकारी मिली, तो उन्होंने साफ कहा कि उनके यहां काम पूरा ही नहीं किया गया है. हर बार इनके द्वारा झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है. गर्मी बीतने के बाद अब काम पूरा नहीं होने की बात सामने आ रही है. कुछ वार्डों में ट्रायल की बात कही गयी, तो एक पार्षद ने कहा कि लोगों के मरने के बाद बुडको का ट्रायल पूरा होगा. वार्ड 51 के पार्षद मनोज कुमार ने कहा कि उनके वार्ड से ही गंगाजल का पानी हर जगह जाने का दावा किया जा रहा है. लेकिन, उनके वार्ड में लोगों के घरों तक गंगाजल नहीं पहुंचा है.
मंत्री के प्रतिनिधि को बैठक में नहीं होने दिया गया शामिल
राज्य सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर डॉ प्रेम कुमार के प्रतिनिधि के तौर पर अधिवक्ता मुकेश शर्मा नगर निगम बोर्ड की बैठक में गुरुवार को निगम सभागार पहुंचे. इनको देख कई पार्षद खुश हुए, तो कुछ ने आंख तरेर दी. इसके बाद इनके विरोध की शुरुआत करते हुए वार्ड नंबर चार की पार्षद अनुपमा कुमार ने कहा कि पार्षदों के प्रतिनिधियों को भी बैठने की जगह सभागार में उपलब्ध करायी जाये. इस पर नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने कहा कि प्रधान सचिव ने यह निर्देश दिया है कि मंत्री के प्रतिनिधि को बैठक में भाग लेने दिया जाये.
इस पर कमान पूर्व डिप्टी मेयर सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने संभाल ली. उन्होंने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि के प्रतिनिधि को आने की अनुमति पहले से नहीं है, तो इस नियम कैसे चेंज किया जायेगा. पार्षदों ने प्रधान सचिव का पत्र दिखाने को कहा. मामला बढ़ता देख नगर आयुक्त ने मंत्री के प्रतिनिधि को बाहर चले जाने काे कहा. इसके बाद भी मंत्री के प्रतिनिधि कुछ बोलना चाह रहे थे. इस पर सशक्त स्थायी समिति सदस्य विनोद यादव ने कहा कि आप जब बैठक का हिस्सा ही नहीं हैं, तो अपनी बात किसी भी सूरत में यहां नहीं रख सकते हैं. मेयर ने कहा कि 35 वर्षों से विधायक हैं फिर भी स्थिति नहीं सुधार सके.
टेंडर लेने के बाद एग्रीमेंट नहीं कराने पर होगी कार्रवाई
सशक्त के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कई योजनाओं का टेंडर 30-35 प्रतिशत डाउन में जाकर ले लिया गया है. इसके बाद एजेंसी की ओर से काम कराने के लिए एग्रीमेंट नहीं कराया जा रहा है. इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही उन्हें सभी दिनों के लिए निगम से ब्लैकलिस्टेड कर दिया जायेगा. इस तरह की कई योजनाएं निगम में फंस कर रह गयी हैं. इस पर सभी सदस्यों ने समर्थन किया.
प्रस्तावों पर अमल नहीं होने पर करेंगे आंदोलन
श्रीवास्तव ने कहा कि निगम की बैठक में प्रस्तावित प्रस्तावों पर अमल नहीं किया गया, तो आंदोलन किया जायेगा. क्योंकि, फैसला लिये जाने के बाद कागज में ही दब कर प्रस्ताव दम तोड़ देते हैं. इस तरह की बात अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. अब आगे से अमल नहीं करने पर आंदोलन का रुख अख्तियार किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसमें धरने के साथ तालाबंदी भी की जा सकती है. इस पर उपनगर आयुक्त शिवनाथ ठाकुर ने कहा कि सरकार के नियम के अनुसार ही प्रस्तावों पर काम किया जायेगा.
इन्होंने भी रखी अपनी बात
वार्ड 49 के पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि उनके यहां अंडरग्राउंड लेयर पूरी तौर से प्रदूषित हो गया है. इसका मुख्य कारण है कि नालाें को नदी में ही बहाया जा रहा है. अब कुछ होने का आसार नहीं दिखता है. वार्ड 13 के पार्षद राहुल कुमार ने कहा कि उनके वार्ड में चंद्रशेखर जनता कॉलेज रोड में आधा-अधूरा पाइप बिछा कर बुडको ने छोड़ दिया है. इसके चलते रोड बनाने का काम शुरू नहीं हो रहा है. वार्ड 15 के पार्षद दीपक चंद्रवंशी ने कहा कि शहर में शौचालय पर कब्जा कर वहां घर बना और शौचालय से पैसा का वसूली भी कर रहे हैं. इस पर उपनगर आयुक्त ने कहा कि शौचालय के बारे में जांच कराने के बाद सूची तैयार की गयी है.