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Gaya News: बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद गांव में उबाल, दोषियों के लिए फांसी की मांग

Gaya News: गया में दरिंदों ने पांच साल की बच्ची को अपना हवस का शिकार बनाया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. उसके शव को नदी में फेंक दिया. घटना शेरघाटी थाना क्षेत्र की चिताबकला पंचायत की है. गांव के ही रहने वाले संदीप मांझी व गौतम कुमार पर वारदात को अंजाम देने का आरोप है.

Gaya News: गया जिले के शेरघाटी में घर में मां के साथ सो रही पांच साल की बच्ची को अगवा कर दूसरे स्थान पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. इसके साथ ही उसके शव को मोरहर नदी में फेंक दिया. सामूहिक दुष्कर्म व हत्या का आरोप गांव के ही दो युवकों पर लगा है. वारदात की सूचना मिलने के बाद एएसपी डॉ के रामदास, शेरघाटी थानाध्यक्ष अजीत कुमार व आभांस कुमार ने मौके पर पहुंचकर बच्ची का शव बरामद कर आरोपित को हिरासत में ले लिया है. एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से सबूत के नमूने जुटाये हैं. इस घटना से ग्रामीण आक्रोशित हैं, उन्होंने आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है.

घर के दरवाजे पर मां के साथ स रही थी बच्ची

जानकारी के अनुसार, बच्ची अपनी मां के साथ घर के बाहर दरवाजे पर सोई हुई थी. इसी दौरान दरिंदे बच्ची को गोदी में उठा दूसरे स्थान पर ले गये. बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी. उसके शव को मोरहर नदी में फेंक दिया. ग्रामीणों ने बताया कि अधिक गर्मी होने के कारण बच्ची अपने मां-बाप के साथ घर के बाहर जमीन पर सोई हुई थी. इसी दौरान गांव के संदीप मांझी व गौतम ने मिलकर देर रात उसे उठा लिया और दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया. घटना से गुस्साए लोगों ने दोषियों की फांसी की मांग की.

मौके पर पहुंची तीन थानों की पुलिस

शेरघाटी थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी के अनुसार तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस ने बच्ची के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल गया भेज दिया. पुलिस की गिरफ्त में आये आरोपितों से पूछताछ कर आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.

थाना क्षेत्र को लेकर उलझी रही पुलिस

घटनास्थल आमस व शेरघाटी थाना क्षेत्र की सीमा पर है. घटना किस थाना क्षेत्र में हुई है, इसको लेकर काफी देर तक असमंजस की स्थिति बनी रही. इसे स्पष्ट करने के लिए सीओ को भी बुलाया गया. बाद मेें शेरघाटी थाने की पुलिस ने कार्रवाई की प्रक्रिया पूरा की.

संदीप को पीटने पर बताया कि बच्ची की हत्या कर नदी में फेंक दिया शव

बच्ची की बड़ी बहन गांव में किसी आयोजन में गयी हुई थी. वह जब घर लौटी और अपने माता-पिता के साथ छोटी बहन को नहीं देखी, तो उसने अपनी मां और बाप दोनों से पूछा. इसके बाद परिवार वालों के होश उड़ गये. सभी बच्ची को खोजने लगे. गांव में हल्ला हो गया कि बच्ची गायब है. गांव के लोग भी बच्ची को ढूंढने लगे. तभी लोगों ने अंधेरे में संदीप को देखा. उससे ग्रामीणों ने पूछताछ की, तो उसने लोगों के सवाल का उल्टा जवाब दिया. इसके बाद गांव के लोगों को संदेह हुआ. लोगों ने उसे लप्पड़-थप्पड़ मारना शुरू कर दिया. जब लोगों ने उसे पीटना शुरू किया, तो कहा कि बच्ची की हत्या कर उसने नदी में फेंक दिया है. इसके बाद लोग उसे लेकर नदी में पहुंचे, तो देखा कि बच्ची का निर्वस्त्र शव पानी में तैर रहा है.

ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला, तो देखा कि बच्ची की मौत हो चुकी है. इस दौरान आरोपित ने गांव के ही एक और युवक के बारे में बताया और कहा कि हम दोनों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. घटना की जानकारी मिलते ही शेरघाटी थानाध्यक्ष अजीत कुमार, आमस थानाध्यक्ष व गुरुआ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू कर दी. एएसपी के रामदास ने भी मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया. 

दोषियों को फांसी की सजा मिले : महिलाएं

इधर, बच्ची के साथ हुई घटना के बाद आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी. लोगों ने इस प्रकार की जघन्य घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. लोगों ने कहा कि जिस प्रकार अपनी मां के साथ सो रही मासूम बच्ची के साथ दरिंदों ने दुराचार किया है, वैसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि, आने वाले दोनों में दोबारा इस प्रकार की घटना की पुनरावृति नहीं हो. जिस प्रकार छोटी बच्ची के साथ दुराचारियों ने घटना को अंजाम दिया है, यह अपराध की श्रेणी में ही नहीं, बल्कि पाप की श्रेणी में आता है. 

बच्ची घर में सोई होती, तो घटना नहीं होती : ग्रामीण

पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि गर्मी अधिक रहने के कारण बच्ची अपनी मां-पिता के साथ घर के बाहर चटाई बिछाकर जमीन पर सोई हुई थी. दलित परिवार के लोग दिनभर काम कर आते हैं. इसके बाद गहरी नींद में सोये थे. दरिंदे ने इसी बात का फायदा उठाकर पांच साल की मासूम को उठा लिया और उसके साथ घिनौनी घटना को अंजाम दिया. लोगों ने कहा कि बच्ची के परिवार वाले अत्यंत गरीब है. एक ही कमरे में छह बच्चे व माता-पिता रहते हैं. अगर, इनका अपना घर होता और बच्ची अपने घर में सोई होती, तो शायद यह घटना नहीं होती.

इधर, घटना के बाद छोटी सी मासूम बच्ची की मां व अन्य परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है, जबकि मां बच्ची को याद कर बार-बार बेहोश हो रही हैं. इधर, घटना के बाद आरोपित के परिवार वाले घर छोड़कर भाग गये हैं. वहीं घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं. इधर, ग्राम पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि जितेंद्र यादव ने पीड़ित परिवार से मिलकर ढाढ़स बंधाया एवं कबीर अंत्येष्टि के तहत मिलने वाली राशि परिवार वालों को दिया है. 

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क्षेत्र विवाद का सीओ ने किया पटाक्षेप

इधर, दो थानों के बीच एक बार फिर क्षेत्र को लेकर विवाद बना रहा. हालांकि, शेरघाटी पुलिस ने शव को अपने में कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गया भेज दिया. लेकिन, क्षेत्र विवाद को समाप्त करने के लिए सीओ को बुलाया गया. स्थिति स्पष्ट हुई कि घटनास्थल आमस थाना क्षेत्र का है. इसके बावजूद शेरघाटी पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की. विदित हो तीन दिन पूर्व इसी घटनास्थल पर नदी में डूबने से एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी थी. आमस और शेरघाटी थाना के बीच क्षेत्र विवाद के कारण छह घंटे से महिला का शव पानी में तैर रहा था. हालांकि, शेरघाटी थानाध्यक्ष ने मानवता के नाते लोगों के आग्रह पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.

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