नोएडा की तरह विकसित होगा गया : मांझी

बोधगया में एमएसएमइ संवर्धन सह प्रशिक्षण पर हुई कार्यशाला

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 10:58 PM

बोधगया. महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में एमएसएमइ संवर्धन सह प्रशिक्षण का कार्यशाला आयोजित किया गया. कार्यशाला में मुख्य अतिथि केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यह कार्यशाला काफी महत्वपूर्ण है. गया जिले के साथ-साथ बिहार के सभी जिलों में उद्योग विभाग के तहत विभिन्न उद्योग से जोड़ने वाले लोगों को ऋण वितरण भी किया जा रहा है. उन्होंने कार्यक्रम में सरकार की सराहना करते हुए कहा कि एमएसएमई के तहत काफी सस्ता ऋण उपलब्ध करवाया जाता है, ताकि कम पैसे वाले व्यक्ति भी अपना खुद का रोजगार खड़ा कर सके. पहले की तुलना में 10 करोड़ की क्षमता को बढ़ाकर 22 करोड़ ऋण देने की क्षमता बढ़ायी गयी है. उन्होंने सभी उद्यमियों को कहा कि उद्योग विभाग के तहत बैंक से मिलने वाले ऋण को अपने उद्योग को विस्तार करने पर खर्च करें, जिससे बिहार आगे बढ़ेगा, आपका समाज आगे बढ़ेगा. उन्होंने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया कि उन्हें इस एमएसएमइ में कार्य करने का अवसर दिया गया, जिससे वह गरीब तबके के लोगों को भरपूर मदद पहुंचा सकेंगे. बिहार में पहले मात्र एक एक्सटेंशन सेंटर पटना जिले में था. अब इसे बढ़ाकर पांच एक्सटेंशन सेंटर बनाने की स्वीकृति मिल गयी है जो बिहार के अलग-अलग जिलों में बनाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि बोधगया में अगरबत्ती बनाने के लिए क्लस्टर का निर्माण किया जायेगा. साथ ही, मानपुर में बुनकरों के लिए कपड़ा का क्लस्टर बनाया जायेगा. भविष्य में गया जिले में एक खादी मॉल का भी निर्माण करने पर विचार किया जा रहा है. श्री मांझी ने कहा कि गया हवाई अड्डा पर अब मालवाहक विमान भी उतरने की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है व जल्द ही मालवाहक विमान भी यहां उतरने लगेंगे. उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण गया जिले में करवाया जा रहा है. इसकी स्वीकृति प्रदान की गयी है व जल्द ही 15 से 20 एकड़ की जमीन चिह्नित कर बाउंड्री वॉल का काम कराते हुए टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण करवाया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा गया से डालटेनगंज व गया से इस्लामपुर रेलवे लाइन बनाने पर भी बातचीत चल रही है. केंद्रीय मंत्री श्री मांझी ने भरोसा दिलाया कि अगले 10 वर्षों में गया जिला नोएडा का रूप ले लेगा. गया जिले वासियों को अब रोजगार के लिए कहीं दूसरे राज्य जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब दूसरे राज्य के लोग ही गया जिले में आकर रोजगार करेंगे. कार्यशाला को संबोधित करते हुए पर्यटन, उद्योग सह गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि बिहार जॉब क्रिएटर राज्य बनने वाला है. बिहार के लोग ही दूसरे राज्यों के लोगों को अब रोजगार देंगे, जिससे हमारा भारत विकसित भारत बनेगा. एमएसएमइ विभाग के तहत युवाओं को काफी रोजगार के अवसर मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार योजना का लक्ष्य पहले 5000 से बढ़कर 7000 किया गया है. बिहार सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने वाला है. उन्होंने कहा कि गया के डोभी क्षेत्र में सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण होने जा रहा है. इंडस्ट्रियल सेंटर की स्थापना बड़े पैमाने पर की जायेगी. डोभी के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर 10 राज्यों से निकलती है. इसमें 1600 एकड़ से ज्यादा भूमि चिह्नित है. इसे बनाने के लिए 28 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे व 10 लाख से 30 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा. सहकारिता विभाग सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गया व बोधगया वैसे तो धार्मिक व पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात है, पर अब यहां इंडस्ट्रियल हब भी बनने जा रहा है. उन्होंने छोटे-छोटे उद्योग के माध्यम से राज्य व राष्ट्र के विकास में भागीदारी निभाने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहित किया. उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि बिहार में पहली बार इतने भव्य रूप से उद्योग के संबंध में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. कार्यक्रम में मौजूद सभी आगंतुक व निवेशकों का स्वागत है. उद्योग विभाग, उद्योग के क्षेत्र को बढ़ावा देने में काफी कार्य कर रहा है. इसके अलावा माइक्रो लेवल पर गांव स्तर पर लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है. भविष्य में उद्योग की क्रांति बिहार में आयेगी. इस अवसर पर विश्वकर्म योजना के तहत टूलकिट का प्रदर्शनी भी तैयार किया गया जिसे लोगों ने देखा और समझा. विश्वकर्म योजना के तहत चयनित लोगों को विस्तार से ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके उन्हें टूल किट उपलब्ध कराया जायेगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर महिला उद्यमी व युवा उद्यमी पर काफी बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है. इससे बिहार के अनेकों युवाओं एवं महिलाओं को ऋण वितरण कर उन्हें रोजगार एवं अपना उद्योग लगाने में मदद करने का कार्य किया जा रहा है. भविष्य में बिहार को इंडस्ट्रियल हब बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. आयोजित कार्यशाला में कई उद्यमियों को केंद्रीय मंत्री के हाथों से उन्हें उद्योग लगाने के लिए विभिन्न बैंकों का चेक वितरण किया गया, जिसमें मुख्य रूप से गया जिले के निखिल कुमार को 65 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया. इसके अलावा गया जिले के कुंदन कुमार को एक करोड़ रुपये का चेक प्रदान किया गया है. इसी प्रकार गया, जहानाबाद, अरवल इत्यादि जिलों के उद्यमियों जो अपना रोजगार स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें लाखों रुपये का बैंक चेक ऋण उपलब्ध करवाया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version