भारत की विरासत के अनुरूप गयाजी का करेंगे विकास : पीएम
गया के गांधी मैदान में मंगलवार को चुनाव सभा को संबोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि चुनाव दल का नहीं देश का है. आज एक ओर देश की संस्कृति पर गर्व करने वाले हमलोग हैं, तो दूसरी ओर हमारी आस्था को नीचा दिखाने वाले लोग हैं.
गया. गया के गांधी मैदान में मंगलवार को चुनाव सभा को संबोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि चुनाव दल का नहीं देश का है. आज एक ओर देश की संस्कृति पर गर्व करने वाले हमलोग हैं, तो दूसरी ओर हमारी आस्था को नीचा दिखाने वाले लोग हैं. ये एक भी सीट जीतने के लायक नहीं हैं. इन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए. पूरे बिहार से इन्हें साफ कर देना चाहिए. देश को मजबूत और बड़े फैसला लेने वाले सरकार की जरूरत है और इसलिए गया से जीतनराम मांझी और औरंगाबाद से सुशील कुमार सिंह को विजयी बनाएं. जीतनराम मांझी बिहार में दलित समाज का चेहरा हैं, जो उत्साह आज देख रहा हूं. इसी उत्साह से 19 अप्रैल को मतदान कर इन्हें विजयी बनाना है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से भरा हुआ है. ऐसे में देश के उज्ज्वल भविष्य को चलाने के लिए नियमों के अंतर्गत आगे बढ़ाने के लिए हमारे पास एक ही पवित्र व्यवस्था हमारा संविधान है. संविधान हम सबके लिए पवित्र है. संविधान निर्माताओं का सपना था कि भारत समृद्ध बने. लेकिन, दशकों तक देश पर राज करने वाली कांग्रेस ने मौका गंवा दिया. हमारे एजेंडे में विकास और विरासत भी है. प्रसाद योजना के तहत देश के 12 प्राचीन-ऐतिहासिक धरोहरों में गया जी को भी शामिल किया गया है. गया पितरों की मोक्ष भूमि है. यहां भगवान बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी. भारत की विरासत को वर्ल्ड हेरिटेज में ले जाना भाजपा के मेनिफेस्टो में शामिल है. गयाजी को भी इस योजना से विकसित करना है. आकांक्षी जिला योजना के तहत इसका विकास तेजी से सुनिश्चित किया गया. अमृत स्टेशन से गया स्टेशन का विकास किया जा रहा है. आपके उत्साह में भी नजर आ रहा है कि मोदी सरकार ने कितने काम किये. अभी तो मुझे देश और बिहार के लिए बहुत कुछ करना है. पीएम ने कहा कि यहां डोभी क्षेत्र की तस्वीर भी औद्योगिक कॉरिडोर से बदलने वाली है. इससे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. बीते 10 साल में देश में ऐसी क्रांति आयी है, जिसकी चर्चा नहीं होती. पिछले 10 साल में 10 करोड़ महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी है. बिहार में सवा करोड़ और गया में सवा पांच लाख महिलाएं महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं. कांग्रेस की सरकार में महिला स्वयं सहायता समूहों को 150 करोड़ से भी कम की मदद दी जाती थी. एनडीए सरकार में 40 हजार करोड़ की सहायता दी गयी है. इसी से बिहार में 12 लाख से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. मोदी ने देश के तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का काम शुरू किया है. इसका लाभ बिहार की महिलाओं को होगा.