गया़ भारत में प्रतिबंधित जीपीएस ट्रैकर के साथ जर्मनी के एक नागरिक को एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ ने पकड़ा और उससे पूछताछ कर मगध मेडिकल थाने को सौंप दिया. यह घटना सात फरवरी की है. हालांकि, इस घटना को पुलिस के वरीय अधिकारियों ने गंभीरता से लिया और जर्मन नागरिक के संबंध में हर बिंदु पर पूछताछ की और प्रतिबंधित जीपीएस टैकर को साथ रखने से संबंधित पूरी जानकारी ली. पूछताछ में पुलिस अधिकारियों को पता चला है कि जर्मनी का रहनेवाला 59 वर्षीय ग्रेहांड रोलांड वर्ड भारत भ्रमण पर 31 जनवरी से आया था और उसे 15 फरवरी को यहां से लौट जाना था. इससे संबंधित उसके पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की जांच की गयी. साथ ही वह बोधगया में कब आया और किस होटल में ठहरा और कहां-कहां गया. इससे संबंधित पूछताछ में जर्मन नागरिक ने पुलिस को बताया कि उसकी अधिक उम्र होने के कारण उसे भूलने की बीमारी है. इसी कारण से वह कहीं रास्ता भटक नहीं जाये, इस कारण से अपने पास जीपीएस ट्रैकर रखता है. यह इंडिया में प्रतिबंधित है, इससे वह अनभिज्ञ था. पुलिस ने जर्मन नागरिक के गाइड से भी पूछताछ की और सभी की बातों को जानने के बाद मगध मेडिकल थाने की पुलिस ने प्रतिबंधित जीपीएस ट्रैकर को जब्त कर लिया और गाइड के पीआर बांड पर थाने से रिहा कर दिया. इसके बाद जर्मन नागरिक गया से कोलकाता के लिए रवाना हो गया. उसे 15 फरवरी को अपने देश जर्मनी लौट जाना है. भारत में प्रतिबंधित जीपीएस ट्रैकर के साथ जर्मनी के एक नागरिक को एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ ने पकड़ा और उससे पूछताछ कर मगध मेडिकल थाने को सौंप दिया. यह घटना सात फरवरी की है. हालांकि, इस घटना को पुलिस के वरीय अधिकारियों ने गंभीरता से लिया और जर्मन नागरिक के संबंध में हर बिंदु पर पूछताछ की और प्रतिबंधित जीपीएस टैकर को साथ रखने से संबंधित पूरी जानकारी ली. पूछताछ में पुलिस अधिकारियों को पता चला है कि जर्मनी का रहनेवाला 59 वर्षीय ग्रेहांड रोलांड वर्ड भारत भ्रमण पर 31 जनवरी से आया था और उसे 15 फरवरी को यहां से लौट जाना था. इससे संबंधित उसके पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की जांच की गयी. साथ ही वह बोधगया में कब आया और किस होटल में ठहरा और कहां-कहां गया. इससे संबंधित पूछताछ में जर्मन नागरिक ने पुलिस को बताया कि उसकी अधिक उम्र होने के कारण उसे भूलने की बीमारी है. इसी कारण से वह कहीं रास्ता भटक नहीं जाये, इस कारण से अपने पास जीपीएस ट्रैकर रखता है. यह इंडिया में प्रतिबंधित है, इससे वह अनभिज्ञ था. पुलिस ने जर्मन नागरिक के गाइड से भी पूछताछ की और सभी की बातों को जानने के बाद मगध मेडिकल थाने की पुलिस ने प्रतिबंधित जीपीएस ट्रैकर को जब्त कर लिया और गाइड के पीआर बांड पर थाने से रिहा कर दिया. इसके बाद जर्मन नागरिक गया से कोलकाता के लिए रवाना हो गया. उसे 15 फरवरी को अपने देश जर्मनी लौट जाना है.
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