लोकतंत्र में वोट का महत्व, आलस्य त्यागकर बढ़-चढ़ कर मतदान करें
गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो डॉ जावेद अशरफ ने की. छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ अशरफ ने कहा कि लोकतंत्र में सभी मत का समान मूल्य होता है.
गया. गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो डॉ जावेद अशरफ ने की. छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ अशरफ ने कहा कि लोकतंत्र में सभी मत का समान मूल्य होता है. उन्होंने प्रसिद्ध शेर जम्हूरियत इक तर्ज-ए-हुकूमत है कि जिस में बंदों को गिना करते हैं, तौला नहीं करते को पढ़ते हुए कहा कि लोकतंत्र में मत को गिना जाता है, तौला नहीं जाता है. प्राचार्य के नेतृत्व में कॉलेज परिवार ने लोकसभा चुनाव में आलस्य त्यागकर बढ़ चढ़कर भाग लेने व लोगों को प्रेरित करने की बात कही. कार्यक्रम का संचालन एनएसएस पदाधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी ने किया. कार्यक्रम को बर्सर व अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सहदेव बाउरी, एनसीसी केयर टेकर अफसर सह अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी व परीक्षा प्रभारी सह हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ प्यारे मांझी ने संबोधित किया. सभी ने छात्राओं से चुनाव में अनिवार्य रूप से अपने मत का प्रयोग करने का आग्रह किया. डॉ रश्मि ने कहा कि वोट देने से इस बात की गर्वानुभूति रहती है कि सरकार बनाने में हमारी भी अहम भूमिका रही. साथ ही, लोकतंत्र के महापर्व अर्थात चुनाव में भाग न ले पाने का अफसोस भी नहीं रह जाता. उन्होंने छात्राओं को मतदान के दरम्यान प्रयोग में लाये जाने वाले “नोटा ” बटन की उपयोगिता से भी अवगत कराया. कहा कि यदि हमारी नजर में कोई भी उम्मीदवार हमारा वोट पाने के लायक न लगे, तो हमारे पास नोटा (ऊपरोक्त में से कोई नहीं) बटन दबाने का विकल्प भी होता है. डॉ मांझी ने हर भेदभाव व प्रलोभन से ऊपर उठकर उस नेता को वोट देने कहा, जो जनता की समस्याओं के निराकरण में वास्तव में तत्परता दिखलाये. डॉ बाउरी ने छात्राओं से कहा कि वे स्वयं भी मतदान दें व परिवार को भी प्रेरित करें. डॉ प्रियंका कुमारी ने मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं व प्रोफेसर की सक्रिय सहभागिता पर खुशी जताते हुए एनएसएस टीम की ओर से धन्यवाद दिया. मौके पर डॉ जया चौधरी, डॉ पूजा, डॉ सुरबाला कृष्णा, डॉ कृति सिंह आनंद, हर्षिता, निकिता, अन्या, माया, सृष्टि, रिभा, रिशू, मुस्कान, जूही, प्रगति, आरुषि, काजल व अन्य थे.