घर आ रहे श्रमिकों का स्किल जान रही सरकार, रोजगार देने की बन रहीं संभावनाएं

कोरोना व लाॅकडाउन की वजह से अपने घर वापस आ रहे श्रमिकों की कार्य क्षमता और उनके स्किल को जानने का प्रयास शुरू कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2020 1:08 AM

गया : कोरोना व लाॅकडाउन की वजह से अपने घर वापस आ रहे श्रमिकों की कार्य क्षमता और उनके स्किल को जानने का प्रयास शुरू कर दिया गया है. राज्य सरकार अपनी कल्याणकारी योजनाओं के तहत अपने लोगों को अपने ही घर में रोजगार देने की सोच रही है. इसी उद्देश्य के साथ सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों को आदेश जारी किया गया है कि श्रमिकों की स्किल सूची तैयार की जायेगी.

सरकार के आदेश के बाद गया जिला प्रशासन ने भी इसकी शुरुआत कर दी है. डीएम ने जिले के सभी क्वारेंटिन सेंटरा के प्रभारियों को निर्देश दिया है कि दूसरे राज्यों से जो भी श्रमिक यहां पहुंच रहे हैं और क्वारेंटिन सेंटर में रह रहे हैं, उन सभी की सूची तैयार की जाये. इसमें वे लोग किस राज्य के किस जिले में काम कर रहे थे, क्या काम करते थे, कितने पैसे मिलते थे यह सभी जानकारी लेनी है. शनिवार को समाहरणालय में हुई बैठक में अधिकारियों ने डीएम को बताया कि अब तक 4125 व्यक्तियों की सूची तैयार कर ली गयी है. इनमें ड्राइवर,एकाउंटेंट, नाई, बिजली मिस्त्री, दर्जी, फैक्ट्री वर्कर, किराना दुकान, लेबर, राज मिस्त्री, लोह फैक्ट्री, ट्रक ड्राइवर, पेंटर, पाइप लेबर का काम करने वाले लोग शामिल हैं.

डीएम ने कहा कि सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाओं को लेकर काम चल रहा है. प्रयास है स्किल्ड श्रमिकों को यहीं काम दिया जा सके. बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर दें ध्यानबैठक में डीएम ने बताया कि गया रेड जोन में है,इसलिए विशेष ध्यान रखना है. उन्होंने कहा कि बड़े क्वारेंटिन सेंटरों पर चार व्यक्ति पर एक शौचालय का निर्माण होना है. उन्होंने पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को सभी क्वारेंटिन सेंटर पर शौचालय का निर्माण करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े क्वारेंटिन सेंटर पर एक स्टील टैंकर भी लगायी जाये. बैठक में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि पूर्व से प्राप्त आदेश के आलोक में 91 चापाकल में से 14 चापाकल लगाये जा चुके हैं.

311 शौचालय में से 218 शौचालय का निर्माण किया जा चुका है. डीएम ने शेष चापाकल व शौचालय के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया. डीएम ने सिविल सर्जन को सभी क्वारेंटिन सेंटर पर पर्याप्त विटामिन सी की टेबलेट उपलब्ध रखने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी सेंटर पर रजिस्टर रखने का निर्देश दिया ताकि सभी व्यक्तियों को प्रतिदिन के अनुसार उन्हें क्या सामग्री दिया जाता है वह सभी इंट्री की जा सके. उन्होंने कहा कि जिन प्रखंड के क्वारेंटिन सेंटर पर योगा प्रारंभ नहीं हुआ है अविलंब योगा कराना प्रारंभ करें. बनेंगे माॅडल क्वारेंटिन सेंटर डीएम ने डीडीसी किशोरी चौधरी को बताया कि जिला अंतर्गत 4 अनुमंडल है. 4 अनुमंडल अंतर्गत 2-2 मॉडल क्वारेंटिन सेंटर निर्वाचन के तर्ज पर बनाएं. कुल मिला कर आठ मॉडल क्वारेंटिन सेंटर पर सभी पर्याप्त व्यवस्थाएं रहनी चाहिए. उन्होंने बताया कि आमस व टिकारी के क्वारेंटिन सेंटर में काफी बेहतर कार्य किये जा रहे हैं. डीएम ने कहा कि क्वारेंटिन सेंटर पर सुबह पीटीए यानी ड्रिल कराया जाये तथा उनके स्किल के अनुसार उनसे कार्य भी कराया जा सकता है. बैठक में कई अधिकारी मौजूद थे.

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