हर रेलवे फाटक पर लगाया जायेगा सीसीटीवी कैमरा
रेलवे में हर दिन एक न एक नयी योजना बना रहा है. पहले प्लेटफार्मों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी गयी, जिसे समय सीमा के अंदर पूरा कर दिया गया. अब रेल फाटक पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी जा रही है. रेलवे द्वारा रेलवे फाटक पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के बाद ट्रेन हादसाें पर भी अंकुश लग पायेगा.ट्रेन हादसों पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे अपने स्तर पर कई प्रयास कर रहा है.
गया : रेलवे में हर दिन एक न एक नयी योजना बना रहा है. पहले प्लेटफार्मों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी गयी, जिसे समय सीमा के अंदर पूरा कर दिया गया. अब रेल फाटक पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी जा रही है. रेलवे द्वारा रेलवे फाटक पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के बाद ट्रेन हादसाें पर भी अंकुश लग पायेगा.ट्रेन हादसों पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे अपने स्तर पर कई प्रयास कर रहा है.
इसी कड़ी में आने वाले दिनों में रेलवे ट्रैक की वीडियोग्राफी कराने की योजना पर काम किया जायेगा. रेलवे में कार्यरत अनुभवी रोलिंग स्टाफ लगताार सवोनिवृत्त हो रहे हैं. अनुभवी स्टाफ की कमी के कारण रेल संरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. इसको रोकने के लिए रेलवे ने निर्णय किया है कि सभी बड़े रेलवे स्टेशनों पर ट्रैक की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि गया रेलवे स्टेशन, जहानाबाद रेलवे स्टेशन, सासाराम रेलवे स्टेशन, भभुआ रेलवे स्टेशन, डेहरी रेलवे स्टेशन व पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन सहित 10 स्टेशनों पर 70 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी गयी है. अधिकारियों ने बताया कि हर फाटकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.
इसकी मॉनिटरिंग गेटमैन करेंगे. किसी तरह की कोई परेशानी होगी तो गेटमैन तुरंत इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधक को देंगे.ट्रेन हादसा पर उठ रहे थे सवाल हर रेल हादसे के बाद रोलिंग हट से ट्रेनों की निगरानी की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. अनुभवी कार्मिकों के सेवानिवृत्त होने से रोलिंग का काम प्रभावित हो रहा है. रोलिंग एक्जामिनेशन प्वाइंट (रोलिंग हट) से रोलिंग स्टॉक (कोच, वैगन और इंजन) के अंडरगियरों और रोलिंग स्टाक के नीचे के हिस्से (स्प्रिंग, पहिया, ब्रेक व अन्य ) की निगरानी वीडियोग्राफी के जरिये की जायेगी.सभी सीसीटीवी कैमरे नाइट विजन कैमरे होंगेनिगरानी के लिए लगाये जाने वाले कैमरे नाइट विजन जैसी सभी उन्न सुविधाओं से युक्त होंगे.
इन कैमरों से मिलने वाले आंकड़ों को एक महीने तक सुरक्षित रखा जा सकेगा. ताकि, रेलवे अधिकारी इनका आसानी से अवलोकन कर सकें. खामियां छूटने की संभावना कम होंगी.रेलवे में सुविधाओं के साथ नयी तकनीक का उपयोग किया जायेगा.प्लेटफार्म पर लगाये जा चुके हैं सीसीटीवी कैमरे स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर पूर्व में सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं. ट्रैक की निगरानी के लिए ही नयी व्यवस्था लागू होने के बाद खामियां छूटने की संभावना बहुत कम रह जायेगी. ट्रेन संचालन को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नई तकनीक को उपयोग में लाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.क्या कहते हैं सीपीआरओइस संबंध में सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि ट्रेनों का हादसा रोकने के लिए रेलवे फाटक पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इसके लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू किया जायेगा. इसके बाद रेलवे फाटक पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू किया जायेगा.