गया : कोरोना से सुरक्षा व बचाव को लेकर लाॅकडाउन के दौरान गया में की गयी व्यवस्था के संबंध में फीडबैक लेने के उद्देश्य से सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गयी. इसमें राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष व दूसरे सदस्य शामिल हुए. बैठक की शुरुआत में डीएम ने लाॅकडाउन के बाद से लेकर अब तक की गयी पूरी व्यवस्था की जानकारी दी. डीएम ने प्रतिनिधियों को बताया कि रेड जोन व ऑरेंज जोन में कोई विशेष अंतर नहीं है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बिना पास अंतर्राज्यीय वाहन प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए ही पास दिया जा रहा है. नये गाइडलाइन के अनुसार अब जिनके बच्चे बाहर फंसे हुए हैं या गया के लोग बाहर या बाहर के लोग गया में फंसे हुए हैं, उन्हें पास दिया जायेगा. उसके लिए ड्राइवर के अलावा दो आदमी से ज्यादा को बैठने की अनुमति नहीं होगी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. लोगों को करें जागरूक डीएम ने बताया कि कोटा से गया आनेवाले 364 छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग की गयी है. उन्हें होम क्वारेंटिन किया गया है.
उनके अभिभावकों को समझाने की जरूरत है कि बच्चे घर में ही रहे, बाहर नहीं निकले. अब अगली चुनौती आनेवाले प्रवासी मजदूरों को लेकर है. उन सभी की स्क्रीनिंग करके 21 दिनों तक क्वारेंटिन सेंटर में रखा जायेगा. डीएम ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से उनके सहयोग की अपेक्षा की. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने स्तर से होम क्वारेंटिन में रखे गये विद्यार्थियों के परिवार से अनुरोध करें कि यह उनके परिवार एवं समाज के साथ, सभी के सुरक्षा के लिए अनिवार्य है.
प्रतिनिधियों ने कहा कि वे कोरोना के खिलाफ जंग में हर तरह से प्रशासन की मदद करने को तैयार हैं. बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा, भाजपा महामंत्री प्रशांत कुमार,राजेश कुमार सिंह कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, सीपीआई माले के निरंजन कुमार, रालोसपा के जिलाध्यक्ष राजीव प्रकाश उर्फ बंटी, आप के अनंत केसरी, लोजपा के मनीष कुमार, जदयू के नोनू खान, राजद के जिलाध्यक्ष मो मुर्शीद आलम, हम के जिलाध्यक्ष डॉ सिबतुल्लाह उर्फ टूटू खान सहित सभी पार्टी के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव रखें.