गया. फल्गु नदी के पश्चिमी तट में बाइपास से देवघाट तक फल्गु में बन रहे पाथवे व अन्य विकास कार्यों का शनिवार को जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सुजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता निखिल कुमार, कार्यपालक अभियंता विकास कुमार सहित विभाग के कई अन्य पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया. इन पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि समय सीमा तक यानी अगस्त माह में फल्गु नदी के पश्चिमी तट पर बन रहे सभी विकास कामों को हर हालत में पूरा करा लेने का कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्देशित किया गया है. मालूम हो कि पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को समुचित यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जल संसाधन सहित तीन अन्य सरकारी विभागों के सहयोग से फल्गु नदी के पश्चिमी किनारे पर युद्ध स्तर पर पाथवे बनाने का काम मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है. 24.85 करोड़ की रुपये की लागत से 450 मीटर लंबी व 12 मीटर चौड़ी भूगर्भ नाले के साथ पाथवे का निर्माण जल संसाधन विभाग की निगरानी में कराया जा रहा है. इसके अलावा पाथवे के किनारे ग्राउंड लेवल से ढाई मीटर ऊंची दीवार, सौ मीटर लंबी व आठ मीटर चौड़ी दो घाट भी बनाया जा रहा है. साथ ही दीवारों पर भगवान श्री विष्णु की लीलाओं से जुड़े आकर्षक व मनमोहक चित्रकारी कलाकारों द्वारा ब्रश व रंग के सहारे उकेरी जायेगी. पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की भी व्यवस्था होगी.
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