गया. केंद्रीय विश्वविद्यालय दक्षिण बिहार के विधि एवं शासन प्रणाली पीठ तथा सिपम के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को अविन्या अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय है बौद्धिक संपदा और संधारणीय विकास लक्ष्य : नवाचार और रचनात्मकता के साथ साझा भविष्य निर्माण. इस सम्मेलन का उद्देश्य बौद्धिक संपदा, नवाचार और रचनात्मकता के माध्यम से संधारणीय विकास को प्रोत्साहित करना है. अविन्य 2024 में शामिल होने वाले प्रमुख वक्ताओं में केंद्रीय विश्वविद्यालय दक्षिण बिहार के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, डॉ सिमरन कहाई (सेंट्रल यूनिवर्सिटी, ओहायो, यूएसए), प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह गौरव ( चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ), प्रोफेसर पामेला लिस्बोआ ( सैंटियागो यूनिवर्सिटी, साउथ अमेरिका) हैं. इस सम्मेलन के सम्मेलन निदेशक प्रो अशोक कुमार ने बताया कि यह सम्मेलन एक वार्षिक रूपरेखा के 10 सूत्रीय कार्यक्रमों का पहला चरण है. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान होने वाले अन्य कार्यक्रमों में पैनल डिस्कशन, वाद विवाद प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता अभियान और विभिन्न प्रकार की कार्यशालाएं भी आयोजित करायी जायेंगी. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ योगेश प्रताप सिंह (कुलपति एनएलयू त्रिपुरा) होंगे. इस सम्मेलन में बौद्धिक संपदा और संधारणीय विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी, जो नवाचार और रचनात्मकता के माध्यम से हमारे समृद्ध भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा.
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