बिहार में टला बड़ा रेल हादसा, लाल गमछा देख इमरजेंसी ब्रेक से रोकी गयी तेज रफ्तार ट्रेन
गया-पीडीडीयू मंडल स्थित पुसौली स्टेशन के समीप शनिवार की सुबह बड़ा हादसा टल गया. अप मेन लाइन की टूटी हुई पटरी से ही हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस गुजरने वाली थी. लेकिन, घटाव गांव के दो ग्रामीणों ने सूझबूझ दिखाते हुए लाल गमछी दिखा कर एक्सप्रेस ट्रेन को रुकवा दिया. इससे बड़ा हादसा टल गया.
गया-पीडीडीयू मंडल स्थित पुसौली स्टेशन के समीप शनिवार की सुबह बड़ा हादसा टल गया. अप मेन लाइन की टूटी हुई पटरी से ही हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस गुजरने वाली थी. लेकिन, घटाव गांव के दो ग्रामीणों ने सूझबूझ दिखाते हुए लाल गमछी दिखा कर एक्सप्रेस ट्रेन को रुकवा दिया. इससे बड़ा हादसा टल गया. सूचना पर पहुंचे पीडब्लूआइ के अधिकारी के अथक प्रयास से टूटी पटरी की मरम्मत हुई, तब ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई. इधर, करीब एक घंटे तक हावड़ा बीकानेर ट्रेन अप लाइन में ही खड़ी रही. इसके पीछे कई मालगाड़ी व यात्री ट्रेन को कुदरा व पुसौली स्टेशन पर ही रोका गया था.
दरअसल, अपने निर्धारित समय से हावड़ा-बीकानेर (02496) अप लाइन से बीकानेर जा रही थी. शनिवार की सुबह करीब 7:26 बजे पुसौली स्टेशन पार कर 130 की स्पीड में जा रही थी. इसी समय घटाव गांव के प्रेम राम व रामप्रवेश राम दोनों खेत घूमने के लिए स्टेशन से पश्चिम रेलवे लाइन से होकर जा रहे थे. इस दौरान ग्रामीणों ने देखा कि अप मेन लाइन का एक तरफ की पटरी टूटी है. इसे देख केबिन की तरफ दोनों सूचना देने आ रहे थे कि तब तक हावड़ा-बीकानेर ट्रेन उसी लाइन से जा रही थी. इसे देख कुछ समझ पाते और बड़ा हादसा कहीं न हो जाये, तत्काल लाल रंग के लिए एक चुनरी गमछा को ट्रेन के चालक को दिखाने लगे. इसे देख चालक इमरजेंसी ब्रेक लेकर ट्रेन को खड़ा कर दिया.
दोनों व्यक्ति गार्ड व चालक को टूटी पटरी को जाकर दिखाये, तब इसकी सूचना स्टेशन पर कंट्रोल रूम को दी गयी. सूचना पर तत्काल पहुंचे पीडब्लूआइ के अधिकारी ने टूटी पटरी की मरम्मत करवायी, तब काफी कम स्पीड में ट्रेन को आगे बढ़ाया गया यानी एक घंटे तक ट्रेन खड़ी रही. इधर, दोनों व्यक्ति को स्टेशन लाकर एसएस ने माला पहना कर और मिठाई दे सम्मानित किया. इसके दौरान आरपीएफ के इंस्पेक्टर सहित कई अधिकारी मौजूद थे
पुसौली स्टेशन से पश्चिम अप मेन लाइन की पटरी टूटने के बाद पीडब्लूआइ द्वारा मरम्मत कर शनिवार की सुबह से लेकर शाम तक सभी ट्रेन को 10 के स्पीड से कॉशन लगा गुजारा गया, यानी सभी अप लाइन से होकर जाने वाली मेल एक्सप्रेस, मालगाड़ी ट्रेन को स्टेशन पर मेमो देकर आगे 10 के स्पीड से पार करने के लिए कहा जा रहा था. जब तक टूटी पटरी को बदला न जा सके. हालांकि, पूरी तरह से रेलवे द्वारा सावधानी बरती जा रही थी. इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार रावत ने कहा कि शनिवार की सुबह में अप लाइन से हावड़ा ट्रेन बीकानेर जा रही थी. लेकिन आगे पटरी क्रेक था. इसे देख घटाव गांव के दो व्यक्ति द्वारा हिम्मत दिखाते हुए ट्रेन को रुकवाया. इसके कारण एक बड़ा हादसा टल गया.
पुसौली स्टेशन के पश्चिम अपलाइन में टूटी पटरी की सूचना पर रेलवे व आरपीएफ के कई वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और घटनास्थल पर टूटी पटरी की जांच की. इस दौरान आरपीएफ के इंस्पेक्टर से लेकर पीडब्लूआई के कई अधिकारी मौजूद रहे. पूरे घटना की जानकारी लेते हुए कंट्रोल को सूचना दी. अधिकारियों ने कहा कि गमछा दिखाने वाले दोनों व्यक्ति के सूझ बूझ के कारण आज बड़ा हादसा होने से टला. अधिकारियों उक्त दोनों व्यक्ति को रेलवे द्वारा सम्मानित कराने के लिए भी आश्वासन दिया.
शनिवार की सुबह करीब 7:26 बजे कुछ लोग नींद में थे और कुछ लोग जगे थे. लेकिन पुसौली स्टेशन के पोल संख्या 607/25 के पास दो व्यक्ति द्वारा एक लाल रंग का गमछा दिखा ट्रेन को रुकवा रहे थे. हालांकि, चालक ने काफी समझदारी दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा ट्रेन को तो रोक लिया. इस दौरान हजारों की संख्या में बैठे यात्री जब ट्रेन कुछ देर तक रुकी, तो नीचे उतरे और सबने यह जानने की कोशिश की कि आखिर ट्रेन क्यों रुकी है. जब लोगों को जानकारी हुई कि आगे पटरी टूटी है और इन दोनों व्यक्ति द्वारा लाल कपड़ा दिखा ट्रेन को रुकवाया गया है, तो यात्रा कर रहे राज चक्रवर्ती ने कहा कि यह दृश्य कोई फिल्म से कम नहीं है. कभी ऐसा दृश्य फिल्म में ही देखने को मिलता था कि हीरो के कारण ट्रेन के यात्री की जान बचती थी. लेकिन, आज इन दोनों व्यक्ति के कारण इतने लोगों का जान बच गयी. यात्री के साथ ट्रेन के चालक और गार्ड ने भी राहत की सांस ली. दोनों व्यक्ति को धन्यवाद दे रहे थे.
इस संबंध में पुसौली स्टेशन के एसएस आरपी भोपाल ने बताया कि शनिवार की सुबह करीब 7:27 बजे हावड़ा बीकानेर(02496) ट्रेन अप मेन लाइन से जा रही थी. लेकिन, पोल संख्या 607/25 के पास पटरी टूटी थी. इसे देख घटाव के दो व्यक्ति ने लाल कपड़ा दिखा ट्रेन को रुकवा दिया. इसके बाद इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गयी. सूचना पर पीडब्लूआइ के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पटरी की मरम्मत करा ट्रेन को 8:19 बजे आगे के लिए रवाना किया. वहीं, सभी ट्रेन को पटरी मरम्मत तक 10 के स्पीड कॉशन से गुजारा जा रहा है. एक बड़ा हादसा रोकनेवाले दोनों व्यक्ति को सम्मानित किया गया.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan