बिहार के गया जिले के दो शैक्षणिक संस्थानों गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (GCE) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) बोधगया को भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) द्वारा एमएसएमई-होस्ट संस्थान के रूप में चुना गया है. इस पहल को गया के औद्योगिक और शैक्षणिक विकास में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर गया के लिए इस खुशखबरी की जानकारी दी.
जीतन राम मांझी ने दी सोशल मीडिया पर जानकारी
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘लीजिए गया जी के लिए एक और खुशखबरी, हमारे MSME मंत्रालय ने गया जी के दो शिक्षण संस्थान गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एवं IIM बोधगया को MSME होस्ट इंस्टिट्यूट बनाया है. आज इसको लेकर गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ राजन सरकार ने मुझसे मिलकर मार्गदर्शन हासिल किया और गया जी के लिए किए जा रहे कार्यों को लेकर आभार प्रकट किया.’ उन्होंने अपने पोस्ट के आखिर में लिखा, ‘HAM हर वादा पूरा करेंगें’. HAM जीतन राम आम मांझी की पार्टी का नाम है.
प्राचार्य ने जताया आभार
गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ. राजन सरकार ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात कर इस नई पहल के लिए मार्गदर्शन मांगा. उन्होंने गया के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार जताया.
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MSME होस्ट संस्थान का क्या है महत्व
एमएसएमई होस्ट संस्थान बनने का मतलब है कि स्थानीय उद्यमियों और छात्रों को इन संस्थानों के माध्यम से उद्योग से जुड़ी सुविधाएं, तकनीकी प्रशिक्षण, स्टार्टअप इनक्यूबेशन और सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. इस पहल से गया के युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर पैदा होंगे.
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